वरुण शर्मा, नईदुनिया, ग्वालियर। सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत मुफ्त राशन के लिए प्रदेश में 92 प्रतिशत हितग्राहियों की ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इस प्रक्रिया की अंतिम तिथि तीन बार बढ़ाई गई है, और अब 31 जुलाई को नई तिथि निर्धारित की गई है। सबसे अधिक संख्या में राशन सूची से उन युवतियों के नाम हटाए गए हैं जिनकी शादी हो गई। इसके अलावा, मृत व्यक्तियों के नाम भी हटाए गए हैं।
प्रदेश भर में नाम हटाने का अभियान चलाया जा रहा है। अब ई-केवाईसी के बाद केवल उन्हीं व्यक्तियों को राशन दिया जाएगा, जो स्वयं पात्र हैं। परिवार के अन्य सदस्यों को राशन नहीं मिलेगा। जिन लोगों ने ई-केवाईसी नहीं कराई है, उनके नाम उचित मूल्य की दुकान की राशन सूची से जल्द ही हटा दिए जाएंगे। बचे हुए उपभोक्ताओं की ई-केवाईसी भी की जा रही है, लेकिन यह अभियान पहले की तरह व्यापक नहीं है।
दो से तीन माह में ऐसे उपभोक्ताओं का नाम राशन सूची से स्वतः हटा दिया जाएगा। वर्तमान में तीन माह का राशन वितरण किया जा रहा है, जिसके लिए केंद्र सरकार ने निर्देश जारी किए हैं। पीडीएस की सूची में मृत व्यक्तियों के नाम भी समय पर अपडेट नहीं होते, जिससे राशन जारी होता रहता है। ई-केवाईसी के माध्यम से अब यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि मृत व्यक्तियों का राशन परिवार न ले सके। ई-केवाईसी में भौतिक सत्यापन अनिवार्य है।
'ई-केवाईसी के माध्यम से पात्र व्यक्तियों को राशन मिल सकेगा। ई-केवाईसी न कराने वालों का नाम दो से तीन माह में हटा दिया जाएगा। ग्वालियर में 35 हजार नाम हटाए गए हैं, जिनमें अधिकतर युवतियां शामिल हैं, जिनकी शादी हो चुकी थी।'
- सौरभ जैन, सहायक आपूर्ति अधिकारी, ग्वालियर।