Rudraksha Benefits: मनीष शर्मा, ग्वालियर नईदुनिया। हिंदू धर्म और ज्योतिष में रुद्राक्ष को बहुत पवित्र और चमत्कारिक माना गया है। ज्योतिषाचार्य सुनील चोपड़ा ने बताया कि रुद्राक्ष पहनने के धार्मिक व अध्यात्मिक लाभ तो होते ही हैं, साथ ही इससे स्वास्थ्य लाभ भी हाेता हैं। मान्यता है कि रुद्राक्ष की उत्पत्ति भगवान शंकर के आंसुओं से हुई है। जिसके चलते रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति पर भगवान शिव की कृपा सदा बनी रहती है। इसे धारण करने से व्यक्ति सारे संकटों से बचा रहता है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। रुद्राक्ष को विज्ञान में भी बहुत असरकारक माना गया है। इससे कई बीमारियों से बचाव होता है। कुंडली के कई दोषों को दूर करने में भी रुद्राक्ष बहुत प्रभावी है।
रुद्राक्ष का महत्व: रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर चौदह मुखी तक होते हैं। हर रुद्राक्ष का अपना अलग महत्व होता है। व्यक्ति को अपनी मनोकामना या जरूरत के लिहाज से रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। उदाहरण के लिए धन प्राप्ति के लिए बारह मुखी रुद्राक्ष, सुख-मोक्ष और उन्नति पाने के लिए एक मुखी रुद्राक्ष, ऐश्वर्य पाने के लिए त्रिमुखी रुद्राक्ष आदि। रुद्राक्ष से मिलने वाला पूरा लाभ पाने के लिए उसे विधि-विधान से धारण करना भी जरूरी है। साथ ही कुछ बेहद जरूरी नियमों का पालन करना चाहिए।
रुद्राक्ष धारण करने के नियम: रुद्राक्ष को हमेशा लाल या पीले रंग के धागे में पहनना चाहिए। काले रंग के धागे में रुद्राक्ष धारण करना अशुभ होता है। इसे स्नान करके, साफ कपड़े पहनकर ही धारण करना चाहिए। रुद्राक्ष को धारण करते समय ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करना चाहिए। कभी भी किसी और का पहना हुआ रुद्राक्ष धारण नही करना चाहिए। रुद्राक्ष की माला में मनकों की संख्या विषम ही होना चाहिए।
रुद्राक्ष क्या है, और कहां पाया जाता हैः रुद्राक्ष एक इलियोकार्पस गेनिट्रस नामक पेड़ का फल है। यह फल जब पक जाता है, तब पेड़ से नीचे गिर जाता है। इस गोल आकार के फल के ऊपर बेर के समान एक परत होती है, जब इस परत को हटाया जाता है, फिर इसमें से निकलता है एक अमूल्य और पूजनीय “रुद्राक्ष” फिर इस गुठली को साफ किया जाता है। इसे साफ करने के बाद रुद्राक्ष उभरकर सामने आता है। जिसमें धारियां रहती हैं और इन्ही धारियों को गिनकर यह निर्धारित किया जाता है की रुद्राक्ष कितने मुखी है। भारत में रुद्राक्ष ऊंचे पहाड़ी इलाकों, खासकर हिमालय क्षेत्रों में पाया जाता है। इसके आलावा भारत में रुद्राक्ष देहरादून, हरिद्वार, बंगाल, गढ़वाल, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश और असम के जंगलों में भी मिलता है।
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