
MP Startup Policy 2022 Live: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है, जिसकी अपनी स्टार्टअप पालिसी होगी। स्टार्टअप पालिसी की लांचिंग शुक्रवार को इंदौर में होगी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल होंगे। प्रधानमंत्री प्रदेश के छह स्टार्टअप संचालकों से वर्चुअली संवाद करेंगे, जिसमें ग्वालियर के राजदीप पांडे भी शामिल हैं। राजदीप पांडे ने शहर में पानी की किल्लत देख मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ी और एनवीराज कंसल्टिंग प्रायवेट लिमिटेड के नाम से स्टार्टअप शुरू किया। वह अब जल संरक्षण से लेकर किसानों को टेक्नो फ्रेंडली बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। उनके इनोवेटिव आइडिया और स्टार्टअप को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी शुक्रवार को उनसे बात करेंगे। स्टार्टअप संचालक राजदीप पांडे ने अपने स्टार्टअप शुरू करने की कहानी काे नईदुनिया से साझा किया।
स्टार्टअप संचालक राजदीप पांडे ने बताया कि मैं ग्वालियर के दीनदयाल नगर का रहने वाला हूं। मैंने केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। इसके बाद कैरियर बनाने मुंबई चला गया। यहां मैं मल्टीनेशनल कंपनी में काम करने लगा। 2016 में करीब साढ़े सात लाख रुपये मेरा सालाना पैकेज था। साल में दो बार ग्वालियर आता था, गर्मी के समय जब भी आया, तब पानी की किल्लत जगह-जगह देखता था। यहीं से तय किया अब शहर में रहकर ही जल संरक्षण के लिए काम करूंगा। मैं नौकरी छोड़कर ग्वालियर आ गया। पहले पानी की क्वालिटी रिपाेर्ट तैयार करने को लेकर स्टार्टअप शुरू किया, लेकिन कुछ परिस्थितियां ऐसी हुईं, जिससे सफलता नहीं मिली। इसके बाद हमें आइआइटी से फंड मिला, जिसके तहत हमने रेन वाटर हार्वेस्टिंग का प्रोजेक्ट शुरू किया। हमने अलग-अलग संस्थाओं में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के लिए काम किया। हमने हाल ही में एक डिवाइस बनाई है, जो किसानों को यह बताएगी कि किस समय उन्हें सिंचाई करना है। डिवाइस तापमान और मिट्टी की गुणवत्ता के हिसाब से यह बताएगी कि किस समय सिंचाई करना उपयुक्त है। ऐसी 100 डिवाइस बनाई हैं, जिन्हें लांच करना है। तिघरा रिजर्ववायर के पास हमने ऐसा सिस्टम बनाया है, जो पानी की क्वालिटी को लेकर रिपोर्ट देगा। अगर पानी की गुणवत्ता को लेकर कोई भी खामी होगी तो यह तत्काल अलर्ट करेगा। नागपुर स्मार्ट सिटी को रेन वाटर हार्वेंस्टिंग को लेकर प्लान दिया है। इसी तरह अलग-अलग प्रोजेक्टस पर हम काम कर रहे हैं। अगर मैं कंपनी में काम करता रहता तो यह नहीं कर पाता। स्टार्टअप के जरिये दूसरों को भी रोजगार मिल रहा है।