नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एमपीआरडीसी) अब प्रदेशभर में अपनी मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड (एमडीआर) और स्टेट हाईवे के चौड़ीकरण की योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए पहले चरण में 11 सड़कों का चयन किया गया है। इनकी कुल लंबाई 382.46 किलोमीटर है। इनमें ग्वालियर-चंबल संभाग की आठ सड़कों के साथ ही तीन अन्य सड़कों को भी चुना गया है।
एमपीआरडीसी ने इसके लिए डिजाइन, बिल्ट, फाइनेंस, ऑपरेट एंड ट्रांसफर (डीबीएफओटी) के साथ ही अन्य विकल्प भी रखे हैं। इसके लिए फिजिबिलिटी और डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पर काम शुरू कराने के लिए एजेंसी का चयन किया जाएगा।
जिन एमडीआर और स्टेट हाईवे का चयन चौड़ीकरण के लिए किया गया है, उनमें उचहेरा-नागोद रोड, भोपाल का इंडस्ट्रियल एरिया, शाहगंज-बरखेड़ा रोड, दतिया-दिनारा, अशोकनगर-ईसागढ़, गुना-अशोकनगर, अशोकनगर-विदिशा, अशोकनगर-कुरवासा, भिंड-मिहोना-गोपालपुरा, भिंड-भरौली-अमायन-लहार और गोहद-मौ रोड शामिल हैं।
दरअसल, राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि एमडीआर और स्टेट हाईवे को कम से कम फोरलेन या फिर टू-लेन विद पेव्ड शोल्डर्स होना जरूरी है, ताकि उस पर ट्रैफिक सुगम हो सके। चौड़ीकरण के लिए चयनित सड़कों में से अधिकतर स्टेट हाईवे या एमडीआर की चौड़ाई साढ़े पांच मीटर के आसपास है, जिस पर दोनों ओर से ट्रैफिक के संचालन में दिक्कत आती है। अब इन्हें फोरलेन करने से ट्रैफिक का संचालन सुगम हो सकेगा। इन सड़कों के आसपास में एमपीआरडीसी की जमीन भी है, ऐसे में चौड़ीकरण में ज्यादा दिक्कत नहीं आएगी।
कई स्टेट हाईवे और एमडीआर के चौड़ीकरण की संभावनाएं देखी जा रही हैं। मुख्यालय स्तर से इसकी फिजिबिलिटी और डीपीआर की प्रक्रिया शुरू की गई है। - राजीव श्रीवास्तव, डिवीजनल मैनेजर, एमपीआरडीसी
इसे भी पढ़ें... MP के नगर निगम कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर... फेस अटेंडेंस व्यवस्था लागू करेगी सरकार