नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। National Achievement Survey: स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता सहित बच्चों में सीखने की क्षमता को परखने के लिए देशभर में कराए जाने वाला नेशनल अचीवमेंट सर्वे 19 अगस्त को होगा, जिसमें बच्चे, शिक्षक और स्कूल संचालक हिस्सा लेंगे। सर्वे को लेकर स्कूलों में तैयारियों जोर शोर से चल रही हैं।
जिला स्तर पर जिला टास्क फोर्स और क्लस्टर मानिटरिंग समिति का गठन कर दिया गया है। सर्वे हर तीन साल में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के तत्वावधान में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा कराया जाता है। इससे पहले वर्ष 2021 में यह सर्वे कराया गया था।
सर्वे के लिए ग्वालियर समेत प्रदेशभर के स्कूलों में तैयारियां चल रही है। इस आयोजन के अंतर्गत एनसीआरटी द्वारा स्कूलों का चयन कर वहां के छात्र, शिक्षक व संचालक अथवा प्राचार्य से प्रश्नावली माध्यम से उत्तर लिए जाएंगे, जिसके आधार पर शिक्षा मंत्रालय शिक्षा को लेकर अपनी नीति सुधार करता है। यह सर्वे केंद्रीय और राज्य सरकार के स्कूलों, सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों और निजी स्कूलों के लिए आयोजित किया जाता है, जिसमें कक्षा 3, 6, 9 व 10वीं के छात्र हिस्सा लेते हैं।
नेशनल अचीवमेंट सर्वे (एनएएस) एक राष्ट्रीय स्तर की स्टडी है, जिसमें देश की शिक्षा व्यवस्था की परख की जाती है। इसमें किसी बच्चे या स्कूल की अलग से कोई रैंकिंग नहीं होती। यह ओवलआल सर्वे होता है। हर तीन साल में केंद्र सरकार द्वारा यह सर्वे कराया जाता है। अंतिम बार नेशनल अचीवमेंट सर्वे 2014, 2017 में हुआ था। फिर इसे 2020 में होना था, लेकिन कोविड-19 के कारण बीते साल एनएएस का आयोजन नहीं हो पाय। जिसके चलते 2021 में सर्वे कराया गया और अब 2024 में किया जा रहा है।
यह सर्वे देश भर में 22 भाषाओं में कराया जाता है। जिसमें गणित, ईवीएस , लैंग्वेज, मैथ्स, साइंस और सोशल साइंस ,इंग्लिश से संबंधित प्रश्न इस आयोजन में शामिल किए जाते हैं। इसके साथ ही शिक्षा आलम्पियाड संबंधित प्रश्नों को भी शामिल किया जाता है।
19 अगस्त को नेशनल अचीवमेंट सर्वे का आयोजन होने जा रहा है। जिसको लेकर निजी, सरकारी, केन्द्रीय सभी स्कूलों में एनसीआरटी द्वारा सर्वे किया जाता है। यह आयोजन केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा हर तीन वर्ष में होता है। जिसके लिए जिला स्तर पर टास्क फोर्स और क्लस्टर मानिटरिंग समिति का गठन किया जा चुका है। रविन्द्र तोमर, डीपीसी, ग्वालियर