ग्वालियर। नईदुनिया प्रतिनिधि
गुड़ी गुड़ा नाके पर सील क्लीनिक के ताले झोलाछाप डॉक्टर ने बीती रात को ही खोल दिए। स्वास्थ्य विभाग की टीम को जब पता चला तो वह फोटो खींचकर कंपू थाने में पहुंचे। जहां पर पुलिस अधिकारियों ने आवेदन तो ले लिया मगर एफआईआर नहीं की है। अब सीएमएचओ इसकी जानकारी कलेक्टर को देने की तैयारी कर रहे हैं। जिससे सील तोड़ने पर झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सके।
दरअसल बीते रोज नोडल ऑफिसर डॉ सचिन श्रीवास्तव ने बुधवार की दोपहर गुड़ी गुड़ा नाके पर राजपूत क्लीनिक को सील कर दिया था। झोलाछाप डॉक्टर पहले तो मान मनौव्वल करता रहा, लेकिन जब बात नहीं बनी तो टीम के जाने के बाद शाम को सील तोड़ दी। गुरूवार को जब स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को पता चला तो क्लीनिक की जांच के लिए भेजा गया। टीम जब पहुंची तो क्लीनिक के ताले खुले दिखाई दिए, जिसके फोटो भी ले लिए गए हैं। साथ ही झोलाछाप डॉक्टर को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देकर टीम लौट आई। स्वास्थ्य विभाग के अफसर जब कंपू थाने में एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे तो पुलिस का तर्क था कि मामले की जांच की जाएगी, इसके बाद कायमी होगा। पुलिस ने आवेदन लेकर टीम को वापस लौटा दिया है।
एचओडी लेंगे सफाई कर्मचारियों की हाजिरीः
27 से 29 मई के बीच चीफ सेकेट्री की ग्वालियर विजिट को देखते हुए संभागायुक्त महेश चंद्र चौधरी ने गुरूवार को जीआर मेडिकल कॉलेज में मीटिंग ली। जिसमें डीन डॉ भरत जैन एवं जेएएच अधीक्षक डॉ अशोक मिश्रा उपस्थित थे। बैठक में तय हुआ कि सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए कुछ नए कदम उठाए जाना है। जिसमें एचओडी अब सफाई कर्मचारियों की हाजिरी लेंगे एवं उनका रिपोर्ट कार्ड भी तैयार करेंगे। जिसमें यदि कहीं काम घटिया होगा तो कंपनी का पैसा काटा जाएगा।