ग्वालियर. नईदुनिया प्रतिनिधि। भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी गणेश जन्मोत्सव का त्यौहार मनाया जाता है। 31 अगस्त बुधवार को मनाया जाएगा मान्यता है कि गणेश जी की पूजा से बुध ग्रह शांत होते हैं। चतुर्थी तिथि प्रारंभ 30 अगस्त को दोपहर 3:33 गणेश चतुर्थी तिथि समाप्त 31 को दोपहर 3:22 चतुर्थी व्रत 31 अगस्त गणेश चतुर्थी को गणेश जी की पूजा से पूर्व स्नान कर साफ वस्त्र पहने भगवान गणेश का गंगाजल से अभिषेक करे एवं निम्न मंत्रों का जप करते हुए पूजा अर्चना करें!
ॐ श्रीमन् महागणाधिपतये नमः
इष्टदेवताभ्यो नमः.
कुलदेवताभ्यो नमः
ग्रामदेवताभ्यो नमः
स्थानदेवताभ्यो नमः
वास्तुदेवताभ्यो नमः
वाणीहिरण्यगर्भाभ्याम् नमः
श्री लक्ष्मी नारायणायाभ्याम् नमः
श्री उमा महेश्वराभ्याम् नमः
मातापितृचरणकमलेभ्यो नमः
सर्वेभ्योदेवेभ्यो नमः
सर्वेभ्यो ब्राम्हणेभ्यो नमः
एतत् कर्म प्रधानदेवताभ्यो नमः
अविघ्नमस्तु..तत्पश्चात
अक्षत,दूर्वादल,फूल इत्यादि अर्पित करना चाहिए गणेश जी की आरती मंत्रों का जप करें क्योंकि गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा गया है इसलिए सभी मुहूर्त उनके आगे नगण्यहै ऐसी स्थिति में अपनी श्रद्धा भक्ति के साथ चतुर्थी तिथि के दिन बुद्धि विनायक गणेश जी की पूजा प्रारंभ करें और लगातार दस दिनो तक पूर्ण श्रद्धा के साथ विध्नहर्ता का पूजन करें।
कुसुम-सी योजना में आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ी
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा एवं उत्थान महाभियान योजना (पीएम-कुसुम)-सी योजना में लोगों का रूझान देखते हुए आवदेन की अंतिम तिथि 24 अगस्त से बढ़ाकर
31 अगस्त 2022 कर दी गई है। योजना मे प्रदेश के कृषि फीडर्स को सौर ऊर्जा से ऊर्जीकृत कर निवेशकों और किसानों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से प्रथम चरण में 1250 मेगावाट क्षमता के सौर संयंत्र स्थापित किये जाएंगे। आगे आयें लाभ उठायें की तर्ज़ पर संपूर्ण दस्तावेज के साथ पहले आवेदन करने वाले कृषकों, व्यवसाइयों, संस्थाओं, निवेशकों और विकासकों को प्राथमिकता दी जाएगी। सोलर संयंत्र स्थापना के लिये 30 प्रतिशत अनुदान के साथ शासन द्वारा 25 वर्षों तक बिजली क्रय एवं भुगतान की गारंटी दी जाएगी। सौर संयंत्र की स्थापना कृषि फीडर्स के समीप किसानों की भूमि पर की जाएगी। किसान को सिंचाई के लिये दिन में बिजली मिलेगी।