नईदुनिया प्रतिनिधि, छतरपुर: मध्य प्रदेश के छतरपुर में आदिवासी समाज के चार युवकों को नौगांव थाना पुलिस चोरी के शक में थाना लेकर आई। इन युवकों के साथ पूछताछ में बर्बरता किए जाने का मामला सामने आया है। भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि युवकों के गुप्तांग में मिर्च पाउडर डाला गया। इस मामले को लेकर भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय का घेराव किया। इधर कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य व पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह व मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने पीड़ितों से बात की।
तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड
इसके बाद राजनीति गरमा गई है। इस मामले में तीन पुलिस कर्मियों के निलंबित कर दिया गया है। प्रदेश के पर्यटन मंत्री दिलीप आहिरवार ने कहा कि इस मामले की गहन जांच कराई जा रही है। दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।नौगांव थाना क्षेत्र के ग्राम धर्मपुरा निवासी प्रताप आदिवासी ने बताया कि गांव के ज्यादातर आदिवासी परिवार झाडू बनाकर बेचने का काम करते हैं। 15 जुलाई की शाम करीब साढ़े सात बजे वह गांव के श्रीराम, रितु, मीरा और बालंदी आदिवासी के साथ शिकारपुरा रोड पर गए थे, तभी नौगांव पुलिस ने उन्हें पकड़ा और थाने ले गई।
देर रात युवकों संग बर्बरता
रात 10:30 बजे पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। 16 जुलाई को फिर थाने पर बुलाया और रात 11 बजे तक हिरासत में रखा। 17 जुलाई की दोपहर 12 बजे पुलिस ने उसे, श्रीराम, रितु और बालंदी को फिर पकड़ा और थाने पर ले जाकर बर्बरता की। ट्रांसफार्मर में तेल चोरी के आरोप में सभी को बेरहमी से पीटा और गुप्तांग में मिर्च डालकर अमानवीय यातना दी। इसके बाद उन्हें थाने से भगा दिया गया।
थाना प्रभारी ने दी सफाई
नौगांव थाना प्रभारी सतीश सिंह कहते हैं कि चोरी के मामले में संदिग्ध होने पर थाने लाकर सिर्फ पूछताछ की गई और उन्हें छोड़ दिया गया। शनिवार देर शाम तक पीड़ितों ने भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के साथ एसपी कार्यालय का घेराव किया। इस मामले में पुलिस अधीक्षक आगम जैन ने एएसआइ शिव दयाल वाल्मीकि, राम जाट और अरविंद शर्मा को निलंबित कर दिया गया है।