Preparation for board exams: ग्वालियर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो चुकी है। विद्यार्थी अब उन विषय पर फोकस कर रहे है जिनका पेपर होने वाला है। दसवीं का प्रश्न-पत्र हो चुका है और मंगलवार से 12वीं की परीक्षा शुरू होने जा रही है। संबंधित विषय की तैयारी कैसे की जाए। नईदुनिया आज के अंक में आपके लिए लेकर आया है भूगोल मतलब जियोग्राफी का विषय। इसकी तैयारी कैसे की जाए, इसके बारे में बताया जाएगा। शिक्षकों का कहना है कि भूगोल एक ऐसा विषय है जिसमें आप फालतू का नहीं लिख सकते हैं। यदि आप लिख रहे हैं तो मानिए आपके अंक कटना तय हैं। इसलिए आपको जो आता है वह निर्धारित शब्दों में ही बयान करें, बेकार की कापी न भरें पर डायग्राम बनाएं। क्योंकि भूगोल लोगों की रूचि का विषय है। क्योंकि हर कोई जानना चाहता है कि देश और विदेश का भूगोल कैसा है। इसलिए जो भी प्रश्न बनता है उसका सटीक जवाब भी होता है।
यह एक विज्ञान है जिसके द्वारा पृथ्वी के ऊपरी स्वरूप और उसके प्राकृतिक विभागों (जैसे पहाड़, महाद्वीप, देश, नगर, नदी, समुद्र, झील, जल-संधियां, वन आदि) का ज्ञान होता है। प्राकृतिक विज्ञानों के निष्कर्षों के बीच कार्य-कारण संबंध स्थापित करते हुए पृथ्वीतल की विभिन्नताओं का मानवीय दृष्टिकोण से अध्ययन ही भूगोल का सार तत्व है। जिसे इन बातों का ज्ञान है उसे किसी भी देश के भूगोल से संबंधित प्रश्न का जवाब देना आसान होता है।
सीएम राइज पदमाराजे स्कूल में शिक्षक अजय भार्गव का कहना है कि परीक्ष देते समय छात्रों को दो बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। एक तो जो पूछा गया है उसका निर्धारित शब्दों में सटीक जवाब दें। दूसरा लिखते वक्त समय का ध्यान रखें। बेकार की बातों को लिखकर पेज भरने से अंक नहीं मिलते, इससे अंक कटने की आशंका अधिक होती है। यदि कोई प्रश्न दो नंबर का है और आपको 50 शब्दों में जवाब देना है तो 50 के 60 शब्द लिखने तक तो ठीक है यदि आप 100 और 200 शब्द लिख रहे हैं तो मतलब यह निकलता है कि आपको उसका जवाब नहीं आता है। इसलिए आपकी मेहनत भी बेकार जाती है और अंक भी नहीं मिलते।
ज्ञानउदय आवासीय विद्यालय में जियोग्राफी विषय के शिक्षक सुशील त्रिपाठी का कहना है कि भूगोल एक ऐसा विषय है जिसका जवाब सटीक होना जरूरी है। इसमें अनर्गल लिखना संभव नहीं होता। जो भी प्रश्न आपसे पूछा गया है उसके लिए आप निर्धारित शब्दों में जवाब देने के साथ डायग्राम भी बनाएं। डायग्राम जब परीक्षार्थी बनाता है तो उससे जवाब स्पष्ट हो जाता है। इसी तरह मैप पर एक सवाल आता है जो पांच से दस नंबर का होता है। उसे जरूर बनाएं पर आपको मैप बनाना आना चाहिए, तभी आप बना सकते है।
शिक्षक अजय भार्गव बताते हैं कि क्लास में आपने जो टापिक पढ़े हैं उन्हीं का रिवीजन करें। अतिरिक्त टापिक तैयार ना करें। इसके साथ ही आप एनसीआरटी की किताब से पढ़ाई करेंगे तो आपको उसमें सबकुछ मिलेगा, जिसके बाहर प्रश्न-पत्र नहीं जाता है। सबसे अधिक प्रश्न मानव भूगोल, भारत का भूगोल, विश्व का भूगोल, आर्थिक क्रियाएं, उद्योग, व्यापार, परिवहन आदि पर बनते हैं। यदि आपको यह टापिक बेहतर ढंग से समझ में आते हैं तो फिर आप के वैकल्पिक प्रश्न स्वत: ही तैयार हो जाते हैं। क्योंकि 70 अंक के पेपर में 28 अंक के वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाते हैं।