नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। रक्षाबंधन नजदीक आते ही बाजारों में रौनक लौट आई है। बहनें भाई के लिए खास राखियां खरीदने में जुटी हैं। इस बार राखियों में परंपरा के साथ-साथ मॉडर्न ट्रेंड का जबरदस्त मेल देखने को मिल रहा है।
विराट कोहली से लेकर डोरीमोन और छोटा भीम जैसे कार्टून कैरेक्टर्स की राखियों ने बच्चों के दिल जीत लिए हैं। वहीं नजर से बचाने वाली और भाई-भाभी सेट्स वाली राखियां भी खास डिमांड में हैं।
रक्षाबंधन 2025 जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, बाजारों में राखियों की बिक्री जोर पकड़ चुकी है। ग्वालियर, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और अहमदाबाद जैसे शहरों के थोक व्यापारी और रिटेलर्स इस बार खास वैरायटी के साथ मैदान में हैं। इस साल राखियों में क्रिएटिविटी और इमोशन का परफेक्ट कॉम्बिनेशन देखने को मिल रहा है।
बच्चों के बीच कार्टून कैरेक्टर्स जैसे छोटा भीम, डोरीमोन, बेन 10, सिंड्रेला और स्पाइडरमैन वाली राखियों की मांग सबसे अधिक है। साथ ही इस बार भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली की राखियां भी खास डिमांड में हैं। इन राखियों में लाइट, घड़ी और म्यूजिक जैसे फीचर्स भी जोड़े गए हैं, जिससे बच्चे बेहद आकर्षित हो रहे हैं।
बहनें चाहती हैं कि उनके भाई को किसी की बुरी नजर न लगे, इसलिए बाजार में "नजर बट्टू राखी" या "इविल आई राखी" खूब बिक रही है। इसमें पारंपरिक धागों के साथ खास चिह्नों और रंगों का प्रयोग किया गया है।
इस बार बाजार में राखियों की कीमतें 10 रुपये से शुरू होकर 300 रुपये तक जा रही हैं। पारंपरिक राखियों में रेशमी धागे, मोती और कलावे का इस्तेमाल किया गया है, जो संस्कृति को दर्शाते हैं। वहीं प्रीमियम क्लास के लिए स्टोन, सिल्वर और मेटल से बनी डिजाइनर राखियां भी मौजूद हैं।
पर्यावरण प्रेमी लोगों के लिए बीज वाली, पेपर से बनी और कपड़े की इको-फ्रेंडली राखियां आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। इसके साथ ही पर्सनलाइज्ड राखियों का चलन भी खूब बढ़ा है, जिसमें भाई का नाम, फोटो या कोई खास मैसेज शामिल किया जा सकता है। ये राखियां ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर ज़्यादा बिक रही हैं।
इस साल भाई-भाभी सेट की राखियों में नयापन आया है। भाई के लिए पारंपरिक राखी और भाभी के लिए ट्रेंडी कड़ा या ब्रेसलेट शामिल होता है। लटकन वाली राखियों की जगह अब मिनिमल और एलीगेंट डिजाइनों ने ले ली है।
महाराज बाड़ा, सराफा बाजार, मुरार और टोपी बाजार जैसे क्षेत्रों में सैकड़ों वैरायटी की राखियां मौजूद हैं। कोलकाता से रेशमी राखियां, गुजरात से मेटल राखियां और दिल्ली से ब्रांडेड पैकेजिंग वाली राखियां ग्वालियर के बाजारों की रौनक बनी हुई हैं।