Ram Navami 2021: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव (रामनवमी) बुधवार को श्रद्धाभाव के साथ मनाई जा रही है, लेकिन इस दौरान शहर के मंदिरों में आम श्रद्धालुओं द्वारा पूजा-अर्चना नहीं की जा सकी। श्रीराम मंदिर, फालका बाजार के अध्यक्ष रामनिवास रावत ने बताया कि मंदिर के पुजारी व समिति के लोगों द्वारा ही भगवान श्रीराम का अभिषेक व पूजा-अर्चना की गई। अन्य भक्तों के लिए मंदिर के पट पूरी तरह से बंद रहे हैं। किसी प्रकार का कोई भी आयोजन नहीं हाेगा। साईं मंदिर पर भी हर साल 50 हजार लोगों का भंडारा कराया जाता था। तीन दिवसीय उत्सव व भजन संध्या आयोजित की जाती थी। साईं भक्त मंडल ट्रस्ट विकास नगर ग्वालियर के अध्यक्ष योगेश शुक्ला ने बताया कि इस साल साईं मंदिर पर भी कोई कार्यक्रम नहीं होगा।
ज्योतिषाचार्य डा. हुकुमचंद जैन ने बताया कि भगवान राम का जन्म चैत्र शुक्ल नवमीं के दिन हुआ था। इस बार कोरोना के कारण मंदिरों में कार्यक्रम नहीं हो रहे हैं। ऐसे में भक्त भगवान श्री राम के जन्मोत्सव पर पूजन व रामायण पाठ घर में ही करेंगे। भगवान राम का जन्म कर्क लग्न में पुनर्वसु नक्षत्र में राजा दशरथ के घर अयोध्या में हुआ था। उस समय सभी ग्रहों की स्थिति अपनी-अपनी उच्च राशियों में थी। रामनवमी का मुहूर्त दोपहर 11:02 बजे से 1:30 बजे तक है। इसमें भी नवमी मध्यान क्षण दोपहर 12:20 पर होगा।
राम नवमी पर ग्रह नक्षत्रों का शुभ संयोगः बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य सतीश सोनी के अनुसार 9 साल बाद रामनवमी पर पंच ग्रह योग का शुभ संयोग बना है। कर्क राशि में चंद्रमा के स्वग्रही होने से राम नवमी का पर्व मंगलकारी है। रामनवमी आज शाम 7:00 बजे तक रहेगी। वही अश्लेषा नक्षत्र रात 3:15 तक और भगवान राम के जन्म के समय शूल योग रहेगा, लग्न में स्वगही चंद्रमा और सप्तम भाव में स्वगही शनि तथा दशम भाव सूर्य, बुध और शुक्र की युति बन रही है। इस बार यह संयोग सुबह 11:05 से दोपहर 1:00 बजे तक है। इससे पहले यह ग्रह स्थिति 2013 में बनी थी।