वरुण शर्मा, ग्वालियर। काली कमाई के कुबेर परिवहन के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा के मौसी की बेटी के पति विनय हासवानी की भी मोटी कमाई का पता चला है। ग्वालियर में जिस केके अरोरा के यहां प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने छापा मारा था, विनय उसका पार्टनर भी है। वर्तमान में विनय गायब है जो पेशे से वकील है।
पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा जिन 81 महीने के समय नौकरी में था उसी समय विनय हासवानी ने बड़े पैमानें पर लाखों रुपए का नगद लेनदेन और करोड़ों की संपत्ति कें सौदे किये हैं उसमें आय का कोई भी ज्ञात स्त्रोत नहीं लिखा गया है। अधिवक्ता रहते हुए इतनी कमाई विनय हासवानी ने कैसे कर ली यह गहरी जांच का विषय है।
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सौदा-1: विनय हासवानी ने हिमांशु श्रीवास्तव पुत्र जयप्रकाश श्रीवास्तव निवासी अहमदाबाद को 4,00,000 रुपए दिए, जो 10 अगस्त 2020 को 1,50,000 रुपए नगद और 50,000 रुपए बैंक ट्रांसफर किये। अगले दिन 11 अगस्त 2020 को 2,00,000 रुपए बैंक ट्रांसफर किये।
विनय हासवानी का बैंक अकाउंट आईसीआईसीआई बैंक शाखा मुरार ग्वालियर में खाता क्रमांक 143901500187 है। जब यह रकम विवादित हुई तो विनय हासवानी ने 11,000 रुपए का न्यायालय शुल्क भुगतान किया l इस हिसाब से कुल 4,11,000 हुए l
सौदा-2: विनय हासवानी ने मोहित गांधी पुत्र गुरुप्रेम गांधी 63 वर्ष, निवासी मौज इंडस्ट्रीज एबी रोड बानमोर जिला मुरैना को 4,00,000 रुपए दिए, जो 17 सितंबर 2022 को दिए थे। जब यह रकम विवादित हुई तो विनय हासवानी ने 17,000 रुपए का न्यायालय शुल्क भुगतान किया।
सौदा-3: जिस समय धनकुबेर पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा नौकरी में परिवहन विभाग में था उसी समय विनय हासवानी ने लाखों की संपत्ति का सौदा किया जो म्युनिसिपल भवन क्रमांक 2669 जोन नंबर 8 वार्ड नंबर 25 कल्पना नगर 7 नंबर चौराहा मुरार की प्रथम मंजिल है। उक्त संपत्ति का सौदा 35,00,000 रुपए में प्रदीप कुमार चौहान पुत्र स्व. जगदीश प्रसाद चौहान निवासी कल्पना नगर सात नंबर चौराहा मुरार ग्वालियर से 6 जनवरी 2018 को विक्रय अनुबंध कर उक्त संपत्ति का 35 लाख रुपए में सौदा किया गया।
यह विक्रय अनुबंध की लिखतम साक्षीगण बलबीर सिंह राणा एवं गंगा सिंह व नोटरी पीके दुबे के समक्ष विनय हासवानी से 5,00,000 रुपए की नगद राशि प्राप्त किये। विनय हासवानी ने प्रदीप कुमार चौहान को और भी रुपए दिए गए। यह भूमि विवादित हुई तो विनय हासवानी ने 1,50,100 रुपए का न्याय शुल्क जमा कराया।
विनय हासवानी ने जमीन के सौदे में हर माह लाखों रूपए का भुगतान नकद में किया। 6 जनवरी 2018 से लेकर नौ अप्रैल 2022 तक नकद भुगतान लगातार किए गए। कभी पांच लाख, कभी दो, कभी ढ़ाई इस तरह भुगतान चला। दो बार बैंक के जरिए भी दिए। ग्राम धनेली तहसील मुरार में खसरा 914 / 1, 914 / 2 /2 में विनय हासवानी ने भूमि खरीदी हैं जिसकी कीमत लाखों में हैं।