Scindia in Gwalior: ग्वालियर, नईदुनिया प्रतिनिधि। ग्वालियर का नया एयर टर्मिनल विश्वस्तरीय बनेगा। तीन एयरक्राफ्ट की क्षमता को नया टर्मिनल आठ गुना कर देगा। हैंगर, कार्गाे, टैक्सी-बे से लेकर यहां पहली बार यात्री एयर ब्रिज का अनुभव लेंगे। चालीस की संख्या की कार पार्किंग बढ़कर सात सौ हो जाएगी। 460 करोड़ की लागत से तैयार होने वाले एयर टर्मिनल को बीस हजार वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बनाया जाएगा। यहां ए-320 और बोइंग-777 जैसे विमान उड़ान भर सकेंगे। मौजूदा चालीस कारों की पार्किंग बढ़कर 700 कार हो जाएगी और नए टर्मिनल की पैसेंजर क्षमता 1400 होगी। गुरुवार को नए एयर टर्मिनल की प्रजेंटेशन को विस्तार से बताते हुए नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि यह 22वीं सदी का एयरपोर्ट बनेगा।
कलेक्ट्रेट में नागरिक उड्डयन मंत्री के साथ एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया के चेयरमैन संजीव कुमार ने भी नए टर्मिनल की तैयारियों की जानकारी सामने रखी। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि कार्गाे टर्मिनल बनने के बाद किसान अपने तत्काल विक्रय वाले माल को देश और विदेश भी भेज सकेंगे। प्रजेंटेशन के दौरान नए ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट को लेकर बताया गया कि एयरफोर्स और बबीना में फायरिंग रेंज के कारण 15 मील की रेंज में नया सिविल एयरपोर्ट नहीं बनाया जा सकता है। इसी कारण मुरैना में 1100 एकड़ जमीन देखी जा रही है। मुरैना में नया सिविल एयरपोर्ट बन सकता है।
ऐसा हाेगा नया एयर टर्मिनलः
डिजायन: नए टर्मिनल का मुख्य फेसिंग डिजायन ग्वालियर के किले और जयविलास पैलेस की झलक दिखाएगा। प्रजेंटेशन में यह कंसेप्ट प्लान दिखाया गया।
डेवलपमेंट प्लान: नए टर्मिनल का कुल क्षेत्र 143 एकड़ होगा। ग्रीन बिल्डिंग 20 हजार वर्गफीट पर बनेगी। 1400 पैसेंजर क्षमता हो जाएगी, अभी मौजूदा 250 है। इसमें रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सीवेज ट्रीटमेंट प्लान, सोलर पावर प्लांट भी बनाया जाएगा। निर्माण में स्थानीय पत्थर और अन्य सामग्री का उपयोग किया जाएगा।
एप्रन: नया एप्रन पार्क बनेगा जहां एक बार में नौ एयरबस खड़े होने की क्षमता होगी। चार कांटेक्ट पार्किंग-वे बनेंगे और पांच रिमोट पार्किंग-वे बनेंगे। चार पार्किंग वे छोटे विमान और हेलिकाप्टर के लिए रहेंगे।
हैंगर: हैंगर का प्लान भी नए टर्मिनल में शामिल हैं जहां एमआरओ सुविधाएं भी होंगी। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार व सिविल एविएशन को बढ़ावा मिलेगा।
कार्गाे टर्मिनल: दो हजार वर्ग मीटर में कार्गाे बनेगा जो हर साल बीस हजार मीट्रिक टन कार्गाे को हैंडल करेगा।
कार पार्किंगः साइड डेवलपमेंट: नए टर्मिनल में कार पार्किंग की क्षमता सात सौ हो जाएगी। इसके अलावा साइड डेवलपमेंट भी किया जाएगा जो देखने में भव्य होगा।
स्टाफ रेसीडेंशियल एरिया: कैंपस में एयरपोर्ट के स्टाफ के लिए हाउसिंग प्रोजेक्ट भी रहेगा और उनके लिए मार्डन फैसिलिटी भी रहेगी।