नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। ग्वालियर-चंबल अंचल में सत्ता और भाजपा संगठन में प्रभुत्व रखने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के सामने पांच वर्ष पहले भाजपा में आए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया डेढ़ वर्ष की चुप्पी के बाद फिर चुनौती पेश कर रहे हैं। पिछले 18 दिनों में ग्वालियर में विकास योजनाओं की दो समीक्षा बैठकें लेकर उन्होंने संदेश देने का प्रयास किया है कि वह ग्वालियर के लिए कितने चिंतित हैं।
गुना लोकसभा सीट से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर में औपचारिक बैठक नहीं ले सकते इसलिए वह अपने समर्थक और जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट की अध्यक्षता में बैठक बुलाते हैं। उसमें उपस्थित रहकर अफसरों से जवाब-तलब करते हैं। रोचक यह भी है कि दोनों बैठकों में ग्वालियर के सांसद भारत सिंह कुशवाह उपस्थित नहीं रहे। वह नरेंद्र सिंह तोमर के कट्टर समर्थक माने जाते हैं।
ज्योतिरादित्य की इस सक्रियता पर तोमर का खेमा प्रत्यक्ष तौर पर तो कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करता परंतु उसने निकट भविष्य में निगम-मंडलों और संगठन के पदों पर अपने गुट के ज्यादा से ज्यादा लोगों की नियुक्तियों की ओर ध्यान केंद्रित कर पलटवार की तैयारी शुरू कर दी है। बता दें, ज्योतिरादित्य के भाजपा में शामिल होने के साथ ही अंचल में यह चर्चा तो शुरू हो ही गई थी कि नरेंद्र सिंह तोमर के लिए वह चुनौती साबित होंगे। आंतरिक रूप से चलने वाली प्रतिद्वंद्विता लोकसभा चुनाव के बाद खुलकर सामने आने लगी।
भारत सिंह कुशवाह ने ग्वालियर संसदीय क्षेत्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया के दखल पर संगठन स्तर पर कड़ी आपत्ति जताई। इसके बाद ज्योतिरादित्य ने यहां से दूरी बना ली थी। अंचल की राजनीति में यह माना जाने लगा कि संगठन ने तय कर दिया कि ज्योतिरादित्य ग्वालियर में सीधे दखल नहीं देंगे। करीब डेढ़ वर्ष तक वह चुप रहे लेकिन वे संगठन या सरकारी मंच से यह बताना नहीं भूलते थे, उनके प्रयासों से अंचल में कितने विकास कार्य चल रहे हैं। यह बात भी तोमर खेमे को स्वीकार नहीं थी। तोमर खेमे ने बिना नाम लिए इन बयानों पर ‘मैं लाया...मैं लाया’ कहकर प्रहार भी किया था।
ज्योतिरादित्य सिंधिया की समीक्षा बैठकों में अनुपस्थित रहे सांसद भारत सिंह कुशवाह भी प्रभुत्व दिखाने की तैयारी में हैं। जल्दी ही वह उन सभी योजनाओं की फिर से समीक्षा करने वाले हैं, जिन पर ज्योतिरादित्य अधिकारियों से विस्तार से चर्चा कर चुके हैं।