ग्वालियर। ग्वालियर के प्रसिद्ध सूफी संत बाबा कपूर का दो दिवसीय उर्स सोमवार से प्रारंभ हो गया। बाबा का उर्स विवाह की रस्मों के साथ मनाया जाता है। इसमें बाकायदा बाबा का पहले संदल (मंडप) होता है। इसके बाद तेल और मेहंदी की रस्म हेाती हैं। मेहंदी की रस्म के दौरान देशभर से प्रसिद्ध सूफी संत बाबा की मजार पर आकर मेहंदी लगाते हैं। इसके साथ ही वह कव्वाली गाते हैं, जिसमें बाबा के चमत्कारों को बताया जाता है।
मुजाविद गद्दीनशीन मुख्तयार मोहम्मद ने बताया कि बाबा का 469 वां उर्स मनाया जा रहा है। बाबा कपूर सूफी संत थे और उन्होंने विवाह नहीं किया था। इसलिए उनके उर्स में विवाह की रस्में अदा की जाती हैं। उन्होंने बताया कि 4 जुलाई को संदल के छापे (मंडप की रस्म) अदा की गई। इस रस्म में मंडल बांधने के लिए कलावों से खूटे बांधे जाते हैं। साथ ही संदल के छापे लगाए जाते हैं।
सोमवार को तेल की रस्म आयोजित की गई। इसमें प्रसाद का वितरण किया जाता है। मुख्य आयोजन मंगलवार को होगा, जिसमें देशभर से मलंग, सूफी संत आते हैं। यह सभी यहां पर कव्वाली के साथ सूफी संगीत भी पेश करते हैं। मंगलवार को मुख्य आयोजन में देशभर से सूफी संत आदि आएंगे।
जब बादशाह अकबर को मुलाकात के लिए लगानी पड़ी थी सिफारिश
बाबा कपूर का जन्म काल्पी के काले महल में हुआ था। बादशाह अकबर को बाबा के बारे में पता चला तो उन्होंने बाबा के पास हीरे जवाहरात आदि भेजे। बाबा के पास जब बादशाह के दूत यह जवाहरात लेकर आए तो बाबा ने उनसे कहा कि इन्हें मेरे सामने जो धूनी जल रही है उसमें डाल दो। दूतों ने वहीं किया और सारी बात बादशाह अकबर को जाकर बताई। अकबर को बहुत गुस्सा आया और उसने दूतों से कहा कि वह बाबा से सभी जवाहरात वापस ले आएं।
दूत बाबा के पास वापस आए और अकबर का फरमान सुनाया। बाबा ने उनसे कहा कि मेरी गद्दी को उठाकर फटकार दो। गद्दी को फटकारते ही उसमें से हीरे जवाहरात निकलने लगे। दूत वह जवाहरात लेकर बादशाह के पास पहुंचे और सारा किस्सा कह सुनाया। अकबर ने यह सारा वाक्या तानसेन को सुनाया। तानसेन बाबा के पास आए और उनसे कहा कि वह अकबर को वचन दे आएं है कि आपसे मुलाकात करवा देंगे।
बाबा ने कहा कि अकबर से कहना कि अगर उसे मुझसे मिलना है तो तेरे जूते को अपने सिर पर रखकर आए। तानसेन ने अकबर को झिझकते हुए यह बात बताई। इसके बाद अकबर ने तानसेन की जूती ली और उसका एक टुकड़ा काटकर अपने ताज में लगा लिया। इसके बाद बाबा से उनकी मुलाकात हुई।