
ग्वालियर। फूल किसे अच्छे नहीं लगते। रंग-बिरंगे फूल देखकर हर किसी का चेहरा खिल उठता है। गुलाब की तो बात ही क्या है। यह हर किसी के फेवरेट हैं। मेला परिसर स्थित राज माता विजयाराजे सिंधिया उद्यान में ऐसी गुलाब की कई प्रजातियां शहरवासियों के आकर्षण का केंद्र बन रही हैं। इस गार्डन में 30 प्रजातियों के फूल हैं। इसके साथ ही अलग-अलग तरह के पौधे भी हैं। यहां लगी मलेशिया की सरसों भी खास है।
ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण द्वारा राज माता विजयाराजे सिंधिया उद्यान के अंदर ही एक अलग गार्डन तैयार किया गया है। इसमें कई देशी-विदेशी फूल हैं। इनकी देखरेख करने के लिए विशेष रूप से गार्डन में कर्मचारी मौजूद रहते हैं। ये इन खास फूलों की सुरक्षा करते हैं। इन्हें तोड़ने से रोकते हैं। यदि कोई इनकी जानकारी चाहता है तो वह भी उपलब्ध कराते हैं। गार्डन में ताजमहल और नेहरू गुलाब भी देखे जा सकते हैं। यह भी लोगों की पसंद में शामिल हैं।
2 बीघा जमीन पर किया है तैयार
इस संबंध में जानकारी देते हुए ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण के सचिव शैलेन्द्र मिश्रा ने बताया कि इस गार्डन को तैयार करने में 6 माह का समय लगा है। गार्डन को 2 बीघा जमीन पर बनाया गया है। यहां 10-12 तरह के गुलाब हैं।
ये गुलाब आकर्षण का केंद्र
इस गार्डन में गुलाब की अलग-अलग प्रजातियां हैं। इनमें ताजमहल, नेहरू, बंजारा, सफेद, कश्मीरी, काला गुलाब आदि खास हैं।
देशी-विदेशी प्रजाति के ये फूल
इनमें मलेशिया की सरसों, गेंदा, फ्लोक्स, कच्ची गुलदाबड़ी, कैंडी ट्रप, गजेनिया, स्वीट विलियम, अस्टर, केलेनडोला,सालविया, कोलिहोपसिस, एटरहिना, कॉफी, आइस प्लांट्स, पीतोनिया सहित अन्य फूल शामिल हैं। इसके साथ ही विभिन्न प्रजातियों के पौधे भी हैं।
हर दिन करते हैं गुड़ाई
गार्डन की देखरेख करने वाले प्रहलाद सिंह और शिवराम बाथम ने बताया कि वह प्रतिदन गार्डन में लगे फूल और पौधों की गुड़ाई करते हैं। उन्हें नियमित खाद एवं पानी देकर उनकी देखरेख करते हैं। र्गाडन में लगभग 30 से 40 प्रजाति के फूल और पौधे हैं। इनमें से गुलाब सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र हैं। कई लोगों ने इनकी खूबसूरती देखकर इन्हें तोड़कर घर भी ले जाना चाहते हैं, लेकिन वह इसकी अनुमति नहीं देते हैं।