
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। अगर आप मध्य प्रदेश पुलिस में आरक्षक भर्ती परीक्षा देने जा रहे हैं, तो सावधान हो जाएं। सोशल मीडिया पर ऐसे शातिर ठग सक्रिय हैं, जो बगैर परीक्षा के ही आरक्षक बनवाने का झांसा देकर ठगी कर रहे हैं। ऐसे ही एक शातिर ठग को इंदौर क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है। इसके बाद मप्र पुलिस की ओर से एडवाइजरी भी जारी हुई है।
मप्र पुलिस में आरक्षक से लेकर उपनिरीक्षक, सूबेदार के पदों पर इन दिनों भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। आरक्षक भर्ती परीक्षा के आवेदन की प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। 12 लाख से अधिक युवाओं ने मप्र पुलिस में आरक्षक बनने के लिए आवेदन किया है। ठगों ने पुलिस में नौकरी का सपना देख रहे लोगों को ठगने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है।
यह लोग खुद को किसी पुलिस अधिकारी का करीबी या खुद पुलिस अधिकारी, पुलिसकर्मी बताकर लोगों को फंसाने का प्रयास कर रहे हैं। इंदौर क्राइम ब्रांच ने देवास निवासी ठग अरविंद पाटीदार को पकड़ा है। जिसने इंदौर निवासी एक बेरोजगार युवक के साथ छह लाख रुपये की ठगी की थी।
पुलिस में नौकरी का झांसा देने वाले शातिर ठग पुलिस की वर्दी में अपने फोटो फेसबुक, इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर फोटो लगा रहे हैं। इंदौर ने जिस ठग को पकड़ा गया है। वह भी वर्दी में ही अपनी फोटो लगाया था। उसने कई युवतियों से भी खुद को पुलिसकर्मी बताकर दोस्ती की थी।
ग्वालियर रेंज के आईजी अरविंद सक्सेना का कहना है कि जो भी युवक मप्र पुलिस में विभिन्न पदों के लिए आयोजित भर्ती प्रक्रिया में शामिल हो रहे हैं, किसी के झांसे में न आएं। पूरी प्रक्रिया साफ है, पहले लिखित परीक्षा फिर शारीरिक परीक्षा होगी। बगैर परीक्षा दिए कोई भर्ती कराने का झांसा देता है तो तुरंत शिकायत दर्ज कराएं।