
नईदुनिया प्रतिनिधि, ग्वालियर। शहर के मुरार स्थित मोहनपुर गांव से तीन वर्षीय मासूम बच्चे का अपहरण हो गया है। बच्चा अपनी मां के साथ ननिहाल में था, जबकि उसके पिता व बड़ा भाई घर पर थे। गांव में जहां बच्चा रह रहा था, उससे कुछ दूरी पर ही जंगल भी है। इसके चलते पुलिस बच्चे की तलाश में जंगल से लेकर खदानों तक को खंगाल रही है। जंगल काफी घना है, इसके चलते पुलिस ने ड्रोन भी उड़ाया। खबर लिखे जाने तक बच्चे का पता नहीं लगा है।
खुद एसएसपी धर्मवीर सिंह ही बच्चे के अपहरण के मामले की मॉनीटरिंग कर रहे हैं। बच्चे की मां व अन्य मायके वालों ने पति और ससुराल पक्ष पर अपहरण का आरोप लगाया है। अपहरण का यह मामला घरेलू विवाद से भी जुड़ रहा है, इसके चलते हर पहलू पर पुलिस बारीकी से पड़ताल में जुटी है। फिलहाल यह मामला पुलिस के गले की फांस बन गया है।
मोहनपुर गांव में काली माता मंदिर के पास रहने वाली सपना पत्नी दलवीर पाल अपने छोटे बेटे रितेश(3) के साथ यहां रहती है। यहां उसका मायका है। जबकि ससुराल उपनगर ग्वालियर स्थित चंदन नगर इलाके में है। चंदन नगर इलाके में ससुराल है। पति दलवीर पाल से उसका विवाद चल रहा है। बड़ा बेटा पीयूष पिता के साथ रहता है। शनिवार दोपहर करीब एक बजे सड़क से 100 मीटर अंदर की तरफ बने मैदान में बच्चा गांव के ही दूसरे बच्चों के साथ खेल रहा था। इसी दौरान वह लापता हो गया। जब उसकी मां बाहर आई तो बच्चा गायब मिला।
पूरे गांव में बच्चे को तलाशा गया, लेकिन बच्चे का पता नहीं लगा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। तीन वर्षीय बच्चे के अपहरण से पुलिस भी चिंता में पड़ गई। बच्चे की रात में ही तलाश शुरू की गई। गांव वालों के साथ मिलकर पुलिस बच्चे को तलाश रही है, लेकिन 36 घंटे बीत जाने के बाद भी बच्चे का कोई सुराग नहीं लगा है। इसलिए पुलिस और परिवार की चिंता बढ़ती जा रही है।
सपना व उसके स्वजनों ने दलवीर, पिता रामविलास और भाई बलवीर पर आरोप लगाया है। इनका कहना है कि कुछ दिन पहले झगड़ा हुआ था। यह लोग छोटे बेटे को भी मांग रहे थे। इसे लेकर थाने भी गए थे। इसलिए अब इन लोगों ने रितेश का अपहरण कर लिया। पुलिस ने इन लोगों से पूछताछ भी की है।
पुलिस सूत्रों का कहना है- गांव में ही दो दिन पहले एक युवक आया है। उसके चाचा यहां रहते हैं। इससे सपना की दोस्ती है। इनकी आपस में बात हुई है, चैटिंग हटा दी गई है। इसके चलते इस एंगल पर भी पड़ताल किया जा रहा है।
पुलिस अधिकारियों का कहना है- जहां बच्चा खेल रहा था, वहां सड़क तक जाने के लिए कीचड़ को पार करना पड़ता। इस कीचड़ में बच्चा अकेला नहीं जा सकता। साथ ही बच्चा काफी दूर तक भी अकेला नहीं जा सकता, क्योंकि बच्चा छोटा है। अगर वह अकेला निकल गया होता तो गांव में ही मिल जाता।
बच्चे की तलाश में एसएसपी धर्मवीर सिंह, एएसपी अनु बेनीवाल खुद ही फोर्स के साथ लगे हैं। एसएसपी रात को बच्चे की तलाश में गांव वालों के साथ घूमे। सुबह फिर थाने पहुंच गए। यहां करीब चार घंटे तक मौजूद रहे।
बच्चे की तलाश जारी है। अलग-अलग टीमें लगाई गई हैं। हर एंगल पर पड़ताल की जा रही है। जल्द ही बच्चे को ढूंढ लिया जाएगा। - धर्मवीर सिंह एसएसपी