
Vande Bharat Express: ग्वालियर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक अप्रैल को नई दिल्ली से रानी कमलापति (भोपाल) स्टेशन के बीच शुरू होने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह ट्रेन नई दिल्ली से चलकर आगरा रुकेगी और उसके बाद सीधे रानी कमलापति स्टेशन पर पहुंचेगी। इस ट्रेन का ग्वालियर में स्टापेज नहीं होने से शहर का व्यापारी वर्ग काफी निराश है। व्यापारिक संगठनों ने इस ट्रेन के स्टापेज के लिए मांग उठाई है। रेल मंत्री को ट्वीट कर बताया है कि शहर को वंदे भारत ट्रेन के स्टापेज की कितनी जरूरत है। वंदे भारत ट्रेन को भोपाल और दिल्ली के लिए ग्वालियर से अधिक यात्री मिल सकते है। इसके बावजूद भी इस ट्रेन का स्टापेज ग्वालियर में नहीं दिया गया है, जबकि ग्वालियर से ही इस ट्रेन को चलाने की मांग उठी थी। वंदे भारत ट्रेन की गति शताब्दी एक्सप्रेस से अधिक है। शताब्दी एक्सप्रेस नई दिल्ली से भोपाल के बीच का सफर आठ घंटा 15 मिनट में तय करती है, लेकिन वंदे भारत ट्रेन सात इस दूरी को सात घंटे 45 मिनट में तय कर लेगी। यह ट्रेन शताब्दी से कम समय लेगी। हालांकि किराया शताब्दी एक्सप्रेस से 10 से 15 प्रतिशत अधिक हो सकता है। रेलवे बोर्ड से किराया व स्टापेज की अधिसूचना 30 मार्च को आ सकती है।
ट्रायल के दौरान वंदे भारत ट्रेन से टकराई नीलगाय, बंपर टूटा
नई दिल्ली से रानी कमलापति (भोपाल) स्टेशन के बीच प्रस्तावित वंदे भारत ट्रेन का मंगलवार को आगरा से नई दिल्ली के बीच ट्रायल लिया गया। इस ट्रेन को 160 किमी प्रतिघंटा की गति से दौड़ाया गया, लेकिन होडल स्टेशन के होम सिग्नल के पास एक नीलगाय ट्रेन से टकरा गई, जिससे वंदे भारत के इंजन का बंपर टूट गया। बंपर को जोड़ने के लिए ट्रेन को रोका गया। तारों से ट्रेन के बंपर को बांधा गया। ट्रेन दस मिनट तक वहां खड़ी रही। शुभारंभ से पहले ही ट्रेन का बंपर टूट गया। एक अप्रैल को प्रधानमंत्री नई दिल्ली से हरी झंडी दिखाकर वंदे भारत ट्रेन को भोपाल के लिए रवाना करेंगे।
स्टापेज के लिए ये आगे आए
कैट के प्रदेश महामंत्री रवि गुप्ता ने भी रेल मंत्री को ट्वीट करते हुए कहा कि वंदे भारत ट्रेन का ग्वालियर में स्टापेज किया जाए। स्टापेज नहीं होने से व्यापारी, उद्योगपति व आम लोगों में नाराजगी है। द्य मप्र अग्रवाल युवा महासभा के जिला अध्यक्ष कृष्ण बिहारी गोयल ने रेल मंत्री को वंदे भारत का स्टापेज ग्वालियर में करने के लिए पत्र लिखा है। उनका कहना है कि ट्रेन का स्टापेज नहीं दिया गया तो लोग वंचित रह जाएंगे।
क्यों जरूरी है वंदे भारत एक्सप्रेस का ग्वालियर में स्टापेज
- वंदे भारत ट्रेन देश व मध्य प्रदेश की राजधानी के बीच चल रही है। इस ट्रेन में सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश के लोग ही सफर करेंगे, क्योंकि भोपाल में प्रदेश के लोगों का आना जाना अधिक रहता है, जबिक आगरा व भोपाल के बीच ज्यादा ट्रैफिक नहीं है। आगरा की तुलना में ग्वालियर से ज्यादा यात्री मिलेंगे। लोगों का राजनीतिक, व्यापारिक, आधिकारिक काम से आना जाना होता है।
- वंदे भारत का स्टापेज ग्वालियर में होता है तो भोपाल के लिए जाने वाली दूसरी ट्रेनों का ट्रैफिक लोड कम होगा।
- ग्वालियर से हर दिन 40 हजार यात्री अलग-अलग ट्रेनों में सफर करते हैं। भोपाल व दिल्ली के लिए शताब्दी एक्सप्रेस की चेयर कार फुल हो जाती है।
- भोपाल व दिल्ली जाने के लिए समय काफी अच्छा है। इसलिए यह ट्रेन लोगों की पहली पसंद बन सकती है।
रानी कमलापति स्टेशन से नई दिल्ली के बीच प्रस्तावित वंदे भारत ट्रेन का ग्वालियर स्टेशन पर ठहराव करने का आग्रह किया है। इसके लिए रेल मंत्री को पत्र भी लिखा है। शेड्यूल पश्चिम मध्य रेलवे ने रेलवे बोर्ड को दिया है, लेकिन इसमें ग्वालियर स्टेशन पर ट्रेन का स्टापेज नहीं रखा है। ग्वालियर में ठहराव जरूरी है।
विवेक शेजवलकर, सांसद
वंदे भारत ट्रेन के स्टापेज को लेकर नागरिक उड्डयन मंत्री व रेल मंत्री को पत्र लिखे हैं। ट्वीट भी किए हैं। ग्वालियर में इस ट्रेन का स्टापेज जरूरी है। ग्वालियर से सबसे ज्यादा यात्री भोपाल व दिल्ली के लिए सफर करेंगे।
प्रवीण अग्रवाल, अध्यक्ष चैंबर आफ कामर्स
नई दिल्ली से भोपाल के बीच वंदे भारत ट्रेन का संचालन तय हो चुका है। इस ट्रेन को किस स्टेशन पर स्टापेज दिए जाने हैं, रेलवे बोर्ड की 30 मार्च को अधिसूचना आएगी, तभी ट्रेन के स्टापेज की स्थिति तय होगी।
हिमांशु शेखर उपाध्याय, सीपीआरओ उत्तर मध्य रेलवे