ग्वालियर। नईदुनिया प्रतिनिधि
वर्तमान में दूध व उससे बनने वाले विभिन्ना उत्पादों में मिलावट की शिकायतें आम हो गई हैं। खासकर त्यौहारों में यह समस्या कुछ ज्यादा ही देखने में आती है। दूध में पानी मिलाने से उसकी रीडिंग लैक्टोमीटर में सही नहीं आ पाती। इसलिए कई लोग दूध में यूरिया डिटरजेंट समेत कई तरह के कैमिकल की मिलावट कर देते हैं, जो बीमारियों के लिए जिम्मेदार तत्व हैं। यह बात सोमवार को जेयू के सीआईएफ के कोऑर्डिनेटर प्रो.डीडी अग्रवाल ने कही। जेयू स्थित गालव सभागार में जारी डेयरी उद्योग के राष्ट्रीय सेमिनार के दूसरे दिन उन्होंने कहा कि दूध की क्वालिटी को कैसे बढ़ाया जा सकता है व शुद्धता के क्या मानक हैं इस संबंध में विद्यार्थियों के अवेयरनेस के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरु किया जाना चाहिए।
एनडीआरआई के वैज्ञानिक पी राजू ने कहा कि वर्तमान में पैकेजिंग एक बड़ा मार्केट है। पैकेजिंग से खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता काफी दिन तक बनी रहती है। लेकिन सभी फूड आयटम्स की पैकेजिंग की विधि अलग-अलग रहती है।
भूख के कारण विद्यार्थियों ने किया कार्यक्रम से वॉक आउट, 90% कुर्सी खाली
इस राष्ट्रीय आयोजन में बदइंतजामियों व लापरवाही के कारण कई विद्यार्थी खिन्ना हो गए। सुबह से शुरु हुए सेमिनार में विद्यार्थी सभागार में बैठे हुए थे। कार्यक्रम में व्यापारी वर्ग के लोग खा-पीकर देर से आए थे, ऐसे में दोपहर 3ः30 बजे तक भी खाना शुरू नहीं हुआ। भूख के मारे विद्यार्थी गालव सभागार से निकलकर बाहर बैठ गए। सभागार की 90 फीसदी कुर्सियां खाली हो गईं फिर भी कार्यक्रम जारी रहा और औपचारिकता बनकर रह गया। 4 बजे के बाद खाना शुरू हुआ, जिसे खाना भी विद्यार्थियों ने स्वीकार नहीं किया और नाराज होकर घर चले गए।
यह हुए सवाल जवाब
सवालः प्रोसेसिंग क्या है?
जवाब-यह ऐसी जैविक विधि है, जिसके द्वारा हम खाद्य पदार्थों में कई पोषक तत्वों का समावेश कर सकते हैं व कई पोषक तत्वों को निकाल भी देते हैं।
सवालः किस तरह के प्लास्टिक पैकेजिंग मटेरियल प्रयोग नहीं करना चाहिए?
जवाब-40 माइक्रोन से कम साइज के लास्टिक मटेरियल को बैन किया गया है। इसके ऊपर के मटेरियल को यूज किया जा सकता है।
सवालः घी में किस तरह की मिलावट की ज्यादा आशंका है?
जवाब- वनस्पति ऑयल की मिलावट होने की आशंका सबसे अधिक रहती है।