नवदुनिया प्रतिनिधि, हरदा। सिटी कोतवाली पुलिस ने करणी सेना के जिलाध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों पर शनिवार शाम करीब सात बजे लाठीचार्ज कर दिया। करणी सेना का आरोप था कि पुलिस धोखाधड़ी के मामले के आरोपित को संरक्षण दे रही है। आरोपित को जब शनिवार न्यायालय पेश किया गया तो पुलिस ने उसका रिमांड नहीं मांगा। इसी बात से करणी सैनिक नाराज हो गए और सिटी कोतवाली का घेराव करने पहुंच गए। एसडीओपी हरदा अर्चना शर्मा के आदेश के बाद पुलिस ने करणी सैनिकों पर लाठीचार्ज कर दिया। इसके बाद करणी सेना जिलाध्य सुनील सिंह राजपूत सहित 4 युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया।
शहर के खंडवा बायपास पर चक्काजाम के दौरान करणी सैनिकों को संबोधित करते वक्ता।
जब यह बात करणी सेना के अन्य पदाधिकारियों और सैनिकों का मिली तो उन्होंने पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए शहर का खंडवा बायपास जाम कर दिया। आरोपित पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर चक्काजाम कर दिया गया। जब पुलिस जिलाध्यक्ष को पुलिस वाहन में गिरफ्तार कर ले जाया जा रहा था जब उन्होंने सब इंस्पेक्टर को वर्दी उतारकर मिलने का चैलेंज कर दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिला अध्यक्ष सुनील राजपूत का आरोप है कि पुलिस पैसे को लेकर 420 मामले के आरोपित को संरक्षण दे रही है।
दरअसल राजपूत समाज के एक व्यक्ति ने इंदौर के एक व्यापारी से 22 लाख में हीरा खरीदा था, जो नकली निकला। फरियादी ने दिसम्बर 2024 में सिटी कोतवाली में 420 का मामला दर्ज करवाया था। इस मामले को लेकर आज पुलिस ने इंदौर के आरोपित को न्यायालय पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। इस दौरान करणी सेना ने सिटी कोतवाली के बाहर पुलिस के साथ बात करनी चाही। जब बातचीत के बाद विवाद बढ़ गया तो पुलिस ने करणी सेना पर लाठी चार्ज कर जिलाध्यक्ष सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर 151 में जेल भेज दिया।
जिलाध्यक्ष सहित अन्य करणी सैनिकों की गिरफ्तार के विरोध में खंडवा बायपास जाम कर दिया गया। करणी सैनिकों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। खबर लिखे जाने तक करणी सैनिकों का धरना प्रदर्शन और चक्काजाम जारी था।