दो लाख सरकार दे रही लेकिन 90 हजार तो बाबू ही मांग रहा था रिश्वत, गिरफ्तार
सरकार ऐसे विवाहों पर अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत दो लाख रुपये देती है, लेकिन जातीय कार्य विभाग की भंडार शाखा में पदस्थ लिपिक मनोज सोनी प्र ...और पढ़ें
Publish Date: Tue, 16 Dec 2025 08:59:42 PM (IST)Updated Date: Tue, 16 Dec 2025 09:06:13 PM (IST)
नर्मदापुरम में आरोपित बाबू सहायक ग्रेड दो मनोज सोनी लाल घेरे में।HighLights
- लोकायुक्त पुलिस ने जनजातीय कार्य विभाग के लिपिक को पकड़ा गया
- अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के दो लाख दिलाने मांगी थी रिश्वत
नईदुनिया प्रतिनिधि, नर्मदापुरम। राज्य सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं में भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा कमीशन का खेल जारी है। लोकायुक्त पुलिस ने मंगलवार को जनजातीय कार्य विभाग के बाबू को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा है। इसने अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना की रकम दिलाने के बदले 50 फीसद रिश्वत मांगी थी।
मंगलवार शाम लोकायुक्त ने कलेक्ट्रेट स्थित जनजातीय कार्य विभाग में पदस्थ सहायक ग्रेड दो मनोज साेनी को दस हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। बाबू ने अंतर जातीय विवाह प्रोत्साहन योजना के तहत मिलने वाली राशि के बदले रिश्वत की मांग की थी।
इस योजना में सरकार हितग्राही को दो लाख रुपये दे रही और 90 हजार रुपये तो बाबू ही मांग रहा है। ऐसे में शासन की योजनाएं ऐसे भ्रष्टाचारियों की वजह से धरातल पर दम तोड़ रही है।
र्रवाई के दौरान लोकायुक्त की टीम में डीएसपी बीएम द्विवेदी, डीएसपी अजय मिश्रा, निरीक्षक रजनी तिवारी, प्रधान आरक्षक रामदास कुर्मी, प्रधान आरक्षक मुकेश पटेल, आरक्षक मुकेश परमार , आरक्षक चैतन्य प्रताप सिंह व गौरव साहू शामिल थे।
पहले 20 और काम के बाद देने होंगे 70 हजार
- सिवनीमालवा के सिपुर निवासी 36 वर्षीय प्रवीण सोलंकी ने अंर्तजातीय विवाह किया था।
- अंतर जातीय विवाह के लिए प्रोत्साहन राशि का लाभ दिलाने के लिए जन जातीय कार्यालय विभाग की भंडार शाखा में पदस्थ सहायक ग्रेड दो मनोज सोनी ने रिश्वत की मांग की थी।
- काम होने के पहले 20 हजार और काम होने के बाद 70 हजार रुपये आवेदक से मांग थे।
- हालांकि बाद में पहली किश्त दस हजार देने पर सहमति बन गई थी।
- आवेदक जब रिश्वत देने पहुंचा तो लोकायुक्त ने बाबू को रंगे हाथ पकड़ लिया।