नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। लगभग 19 वर्षों से गोविंद वल्लभ पंत जिला चिकित्सालय के शव परीक्षण केंद्र में बगैर अवकाश सेवा दे रहे डॉ. भरत बाजपेयी आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं। वे अब तक 15 हजार से ज्यादा शवों के पोस्टमार्टम कर चुके हैं। एमवाय अस्पताल के फारेंसिक मेडिसिन विभाग का भार कम करने के लिए छह नवंबर 2006 को फारेंसिक सेवाओं का विभाजन कर पश्चिम क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र के कुल 15 पुलिस थानों को जिला अस्पताल से संबद्ध किया गया था।
डॉ. बाजपेयी जिला अस्पताल में शव परीक्षण केंद्र प्रारंभ होने के पहले दिन से अब तक बगैर अवकाश सेवाएं दे रहे हैं। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उन्हें ट्राफी देकर सम्मानित कर चुके हैं।
वर्ष 2006 से पहले तक इंदौर में सिर्फ एमवाय अस्पताल में पोस्टमार्टम होते थे। जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम शुरू होने के बाद स्थिति नियंत्रित हुई। डॉ. बाजपेयी ने जिला अस्पताल के फारेंसिक मेडिसिन विभाग में कई बदलाव किए। प्रदेश में पहली बार कंप्यूटर की मदद से पीएम रिपोर्ट तैयार करवाने में भी उनका योगदान रहा।
इसका असर यह हुआ कि पहले पोस्टमार्टम रिपोर्ट के लिए मृतक के स्वजन को महीनों इंतजार करना पड़ता था, लेकिन वही रिपोर्ट अब उन्हें तीन दिन में मिलने लगी।