इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कैलोद हाला की फीनिक्स टाउनशिप में कुछ जमीन पर अतिक्रमण करके अवैध कब्जे किए गए थे, जिसे प्रशासन की टीम ने हटा दिया है। कब्जामुक्त जमीन पर कालोनी के करीब 20 भूखंड निकले हैं। इनमें से सात भूखंड उन पीड़ितों को सौंप दिए गए हैं जिनके पास संबंधित प्लाट की रजिस्ट्री थी। प्रशासन यहां अन्य पीड़ितों को भी उनके हक का भूखंड दिलाने के प्रयास कर रहा है। इसके लिए जमीन का सीमांकन किया गया है।
उल्लेखनीय है कि फीनिक्स टाउनशिप भूमाफिया रितेश अजमेरा उर्फ चंपू अजमेरा की कालोनी है। इसमें उसके साथी चिराग शाह और अन्य लोग भी शामिल हैं। करीब सौ एकड़ की इस कालोनी में कई लोगों को अब भी प्लाट नहीं मिले हैं। पिछले कुछ सालों में प्रशासन की कार्रवाई के बावजूद चंपू ने पीड़ितों को प्लाट नहीं दिए। भूखंड खरीदारों के साथ धोखाधड़ी के कारण भूमाफिया चंपू और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ और चंपू को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया। यह मामला सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर प्रशासन ने हाल ही में फीनिक्स टाउनशिप सहित कालिंदी गोल्ड सिटी और सैटेलाइट हिल्स के पीड़ितों को उनके प्लाट दिलाने की कवायद शुरू की है। इसी क्रम में फीनिक्स टाउनशिप की जमीन की जांच करके इसमें ऐसे भूखंड तलाशे जा रहे हैं जो खाली हैं और पीड़ितों को दिए जा सकते हैं।
कुछ लोगों को अभी तक नहीं मिल पाए प्लाट - इसी तरह की प्रक्रिया कालिंदी गोल्ड सिटी और सैटेलाइट हिल्स में भी की जा रही है। कालिंदी गोल्ड में भूमाफिया हैप्पी धवन, चंपू अजमेरा के भाई नीलेश अजमेरा और चिराग की लिप्तता है। यहां भी कुछ लोगों को अब तक प्लाट नहीं मिल पाए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि तीनों कालोनियों को लेकर संबंधित कालोनाइजरों और डेवलपरों से लगातार चर्चा चल रही है। बचे हुए लोगों को जल्द राहत दिलाई जाएगी।