इंदौर। लंबे इंतजार के बाद इंदौर शहर में 40 इलेक्ट्रिक बसों की शुरुआत हुई। गुरुवार को बसों के शुभारंभ के बाद शनिवार तक शहर में 25 बसें चलाई गईं। एआईसीटीएसएल ने अभी पांच रूट पर बसें शुरू की हैं, लेकिन जानकारी नहीं होने और नए रूट के कारण अभी कम यात्री सफर कर रहे हैं। पिछले तीन दिन में करीब 2 हजार यात्रियों ने सफर किया है। सिटी बस प्रबंधन के अफसरों के मुताबिक लोगों को जानकारी देने के बाद इनमें भी ज्यादा यात्री बैठेंगे। शहर में चल रही सिटी बस, आईबस और मिडी बस के समान ही इलेक्ट्रिक बस का भी किराया है। सिटी बस प्रबंधन की सौ और बसें चलाने की योजना है। इसके लिए एआईसीटीएसएल ने टेंडर भी जारी कर दिया है। अभी ड्राइवरों की ट्रेनिंग चल रही है। सिटी बस प्रबंधन ने अभी राजीव गांधी चौराहे पर इलेक्ट्रिक बसों के डिपो में छह चार्जिंग स्टेशन बनाए हैं। प्रत्येक चार्जर में दो नोजल लगे हुए हैं, इससे दो बसें एक ही समय में चार्ज हो सकती हैं। एक बस को चार्ज होने में दो घंटे लगते हैं। डिपो में बसों के लिए 13 चार्जर व रूट पर पांच चार्जर 20 दिन में लगाने की योजना है।
इलेक्ट्रिक बसें
- 40 इलेक्ट्रिक बसों की हुई शुरुआत
- 35 यात्री बैठ सकते हैं एक बस में
- 100 इलेक्ट्रिक बसों के लिए जारी हुआ टेंडर
- 88 लाख रुपए है एक बस की कीमत
ये हैं खासियत : हाईटेक जीपीएस सिस्टम, ड्राइवर के पास इमरजेंसी बटन व अनाउंसमेंट सिस्टम
- ये बसें वातानुकूलित हैं।
- इनमें आईबस की तरह अंदर फीचर दिए गए हैं।
- गियरलेस बस हैं, इनके चलने पर ज्यादा आवाज भी नहीं होती है।
- ड्राइवर के कैबिन में ऑनबोर्ड यूनिट है।
- हाईटेक जीपीएस सिस्टम व ड्राइवर के पास कैमरा लगा हुआ है जो उसकी मॉनिटरिंग करता है।
- ड्राइवर के पास इमरजेंसी बटन व अनाउसमेंट सिस्टम है। इसकी मदद से किसी भी आपात स्थिति में यात्रियों व कंट्रोल कमांड सेंटर को सूचना दी जा सकती है।
अभी चल रहीं चार इलेक्ट्रिक कार
इधर, नगर निगम दो माह से चार इलेक्ट्रिक कारें चला रहा है जिनका इस्तेमाल कार्यालयीन कार्यों के लिए अधिकारी करते हैं। प्राथमिक चरण में 16 कारें चलाने की योजना है। इन कारों के लिए एक चार्जिंग स्टेशन निगम मुख्यालय परिसर व दूसरा स्मार्ट सिटी कार्यालय परिसर में बनाया गया है।
सभी 40 बसों का होगा संचालन
शुक्रवार को भले ही कम बसें चली हों, लेकिन शनिवार से सभी 40 बसों का संचालन होगा। ये बसें नए रूट पर चलाई जा रही हैं, इस वजह से अभी यात्री संख्या कम होगी। तीन महीने में इन बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ेगी। इस बस का किराया नॉन एसी बस की तरह ही है। यात्री इसमें सफर करना ज्यादा पसंद करेंगे। - संदीप सोनी, सीईओ, एआईसीटीएसएल