इंदौर। राजा रघुवंशी के घर एक नकली थानेदार पहुंच गया। यहां आकर उसने रौब झाड़ने की कोशिश की। यह बात अलग है कि उसकी हरकतों से उसकी ही पोल खुल गई। अब यह नकली थानेदार असली पुलिस के हत्थे चढ़ गया है।
एडीसीपी क्राइम राजेश दंडोतिया ने बताया, "राजा रघुवंशी के घर बजरंग लाल नाम का एक व्यक्ति पहुंचा। उसने खुद को आरपीएफ में इंस्पेक्टर बताया।
उसने बताया कि उसकी मुलाकात राजा रघुवंशी से 3-4 साल पहले हुई थी। जब राजा रघुवंशी के भाई ने उससे पूछताछ की और आईडी मांगी, तो वह घबरा गया। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। वह आरपीएफ का बर्खास्त सिपाही है।"
#WATCH | Indore, MP | ADCP Crime Rajesh Dandotiya says, "A person named Bajrang Lal arrived at Raja Raghuvanshi's house. He claimed to be an inspector in the RPF. He stated that he had met Raja Raghuvanshi 3-4 years ago. When Raja Raghuvanshi's brother questioned him and asked… pic.twitter.com/4O2j4DNqCu
— ANI (@ANI) August 15, 2025
इंदौर के रहने वाले दंपत्ति, राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम, मेघालय में अपने हनीमून के दौरान लापता हो गए थे। बाद में राजा का शव एक गहरी खाई में मिला। कई समाचार स्रोतों के अनुसार, सोनम को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर राजा की हत्या के लिए भाड़े के हत्यारों को बुलाने का आरोप है।
राजा रघुवंशी, इंदौर के सहकार नगर में रहने वाले एक संयुक्त परिवार में तीन भाइयों में सबसे छोटे थे। उनके दो बड़े भाई, सचिन और विपिन, विवाहित थे। राजा ने 2007 से पारिवारिक व्यवसाय, "रघुवंशी ट्रांसपोर्ट" की कमान संभाली थी, जो स्कूलों और कोचिंग संस्थानों को किराए पर बसें उपलब्ध कराता था।