इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि Fake MarkSheet Indore । जाली मार्कशीट बनाने वाले आरोपित सतीश गोस्वामी की फोन की काल डीटेल निकलवा रही है। आरोपित ने मंगलवार को बेंकटेश और कृष्णा का नाम बताया था, बुधवार को पूछताछ में सतीश ने जयपुर के अमजद का नाम भी बताया है। इसके अलावा कई और नाम हैं, जिनके बारे में पूछताछ की जा रही है।
तिलकनगर थाना पुलिस ने बताया कि आरोपित को 17 सितंबर तक रिमांड पर लिया है। सभी आरोपितों के पास अलग-अलग राज्यों की यूनिवर्सिटी और बोर्ड परीक्षा की मार्कशीट की जिम्मेदारी है। अलग राज्यों में रह रहे आरोपितों के पकड़े जाने के बाद कई और खुलासे हो सकते हैं। यह भी आशंका है कि आरोपितों ने यूनिवर्सिटियों की फर्जी वेबसाइट भी बनवा रखी थीं। जाली मार्कशीट बनाने के बाद आरोपित यूनिवर्सिटी की फर्जी वेबसाइट दे देते और उस पर मार्कशीट की जांच करने के लिए कह देते थे। जाली मार्कशीट का नंबर देखने के बाद लोगों को लगता कि उनकी मार्कशीट असली है।
तिलक नगर थाना प्रभारी मंजू यादव ने बताया कि सहर्ष इंस्टीट्यूट आफ आइटी मैनेजमेंट के संचालक सतीश गोस्वामी को तीन दिन पहले क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। आरोपित की काल डीटेल आने के बाद पता चलेगा कि वह किस तरह से मार्कशीट की डील करता और लोगों को कैसे ठगी का शिकार बनाते थे। आरोपित से अभी पूछताछ की जा रही है। शुक्रवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
एटीएम ठगी : आरोपितों का जेल वारंट बना, साथियों की तलाश
एटीएम से छेड़छाड़ कर लाखों की ठगी करने के आरोपित बजरंग उर्फ सावन पुत्र राजप्रताप सिंह, मेहताब हसन और मनीष कुमार को परदेशीपुरा थाना पुलिस ने बुधवार को जिला कोर्ट में पेश किया। सुनवाई के बाद पुलिस ने तीनों आरोपितों का जेल वारंट बना दिया। अन्य थानों में दर्ज मामलों में पुलिस उनका रिमांड लेगी। टीआइ अशोक पाटीदार के मुताबिक आरोपितों के विरुद्ध चंदननगर, लसूड़िया, हीरानगर, छोटी ग्वालटोली, रावजी बाजार व एमजी रोड सहित अन्य थानों में भी केस दर्ज है। टीआइ के मुताबिक मामले में आरोपितों से नकद और औजार जब्त हो चुके हैं। उधर क्राइम ब्रांच की एक टीम प्रतापगढ़ में रहने वाले अन्य साथियों की तलाश में जुटी है।