AIIMS In Indore : इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) इंदौर में आता है तो इसका सबसे ज्यादा फायदा चिकित्सकों और मरीजों को मिलेगा। एम्स में मरीजों को विश्वस्तरीय उपचार न्यूनतम दरों पर उपलब्ध हो सकेगा। इंदौर में औसतन हर दो वर्ष में एक बड़ा कार्पोरेट अस्पताल आ रहा है। यह दर्शाता है कि इंदौर में चिकित्सा के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं।
यह बात इंदौर के चिकित्सकों ने कही है। उनका कहना है कि एम्स इंदौर आने से यहां चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में भी जबरदस्त विकास होगा। डाक्टरों को नई-नई विधाएं सीखने को मिलेंगी। उन्हें प्रशिक्षण के लिए विदेश नहीं जाना होगा। इतना ही नहीं एम्स आने के बाद निजी अस्पतालों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। मरीजों को कम से कम शुल्क पर ज्यादा से ज्यादा सेवाएं उपलब्ध होंगी। फायदा चिकित्सकों का भी होगा। विषय विशेषज्ञों की आवाजाही बढ़ेगी।
चिकित्सकों को भी मिलेगा फायदा - एम्स इंदौर आता है तो इसका सीधा फायदा यहां के चिकित्सकों मिलेगा। इंदौर प्रदेश की व्यावसायिक राजधानी है। यहां रोजाना बड़ी संख्या में अन्य शहरों से मरीज भी आते हैं। वर्षों से एम्स की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
- डा. सुमित शुक्ला, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन इंदौर ब्रांच अध्यक्ष
इंदौर को सौगात मिलनी ही चाहिए - इंदौर को एम्स की सौगात मिलनी ही चाहिए। इंदौर इसका हकदार है। यह शहर मेडिकल हब के रूप में विकसित हो रहा है। एम्स यहां आता है तो इसके विकास को पंख लग जाएंगे। इंदौर ही नहीं आसपास के कई जिलों को इसका फायदा मिलेगा।
- डा. संजय लोंढे, पूर्व उपाध्यक्ष इंडियन मेडिकल एसोसिएशन मप्र
वर्षों पहले मिल जाना था - चिकित्सा क्षेत्र में इंदौर के योगदान को देखते हुए वर्षों पहले इसे एम्स की सौगात मिल जानी थी। यहां एम्स खुलने का मतलब मालवा और निमाड़ के 15 जिलों का विकास है। प्रदेश के एक बड़े हिस्से को इसका फायदा मिलेगा। चिकित्सा के क्षेत्र में नवाचार होने लगेंगे। आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को खासा फायदा मिलेगा।
- डा. हेमंत जैन, वरिष्ठ शिशुरोग विशेषज्ञ
प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी तो गुणवत्ता सुधरेगी - इंदौर एम्स का अधिकारी है। यहां देश-विदेश से लोग उपचार के लिए आते हैं। यहां एम्स खुलेगा तो निजी अस्पतालों में प्रतिस्पर्धा भी बढ़ेगी और इसका फायदा मरीजों को मिलेगा। उपचार की गुणवत्ता में सुधार होगा। एम्स का फायदा चिकित्सकों को भी मिलेगा। उनके लिए दक्षता हासिल करना आसान होगा।
- डा. प्रदीप श्रीवास्तव, वरिष्ठ चिकित्सक