इंदौर। मालवा निमाड़ के पांच आदिवासी जिलों में 14 से 20 मार्च तक कुल 152 भगोरिया मेलों का आयोजन होगा। सबसे अधिक 60 मेले झाबुआ, आलीराजपुर में होंगे। अपने लोकपर्व भगोरिया को लेकर आदिवासियों में अपूर्व उत्साह है। भगोरिया मेलों को आदिवासी संस्कृति समझने का आईना माना जा सकता है, इसलिए अन्य लोग भी मेलों में बड़ी संख्या में पहुंचेंगे।
इन स्थानों पर लगेंगे भगोरिया मेले
झाबुआ-आलीराजपुर
14 मार्च- फुलमाल, सौेंडवा, जोबट, पारा, हरीनगर, सारंगी, समोई और चेनपुरा।
15 मार्च- कट्ठीवाड़ा, वालपुर, उदयगढ़, भगोर, बेकल्दा, मांडली और कालीदेवी।
16 मार्च- मेघनगर, रानापुर, नानपुर, उमराली, बामनिया, झकनावदा और बलेड़ी।
17 मार्च- झाबुआ, छकतला, सोरवा, आमखूंट, झीरण, ढोल्यावाड़, रायपुरिया, काकनवानी, कनवाड़ा और कुलवट।
18 मार्च- आलीराजपुर, आजाद नगर, पेटलावद, रंभापुर, मोहनकोट, कुंदनपुर, रजला, बड़ागुड़ा और मेड़वा।
19 मार्च- बखतगढ़, आम्बुआ, अंधारवाड़, पिटोल, खरड़ू, थांदला, तारखेड़ी और बरवेट।
20 मार्च- चांदपुर, बरझर, बोरी, उमरकोट, माछलिया, करवड़, बोड़ायता, कल्याणपुरा, खट्टाली, मदरानी और ढेकल।
बड़वानी
14 मार्च-पाटी, राजपुर, दवाना, राखी बुजुर्ग, बलवाड़ी, जोगवाड़ा।
15 मार्च- मेनीमाता, बोकराटा, ठीकरी, मोयदा, तलवाड़ा, वरला, झोपाली।
16 मार्च-गंधावल, ओझर, भागसुर, वझर, खेतिया, मटली।
17 मार्च- बड़वानी, चेरवी, पोखल्या, बरुफाटक, पानसेमल, सेंधवा, इंद्रपुर।
18 मार्च- गारा, जुलवानिया, निवाली, अंजड़, सोलवन, जूनाझीरा।
19 मार्च-बालकुआ, रोलर, पलसूद, नागलवाड़ी, मंडवाड़ा, चाचरिया, बावदड़, बिजासन।
20 मार्च- सिलावद, बालसमुद, घटया, धवली, धनोरा, भवली, सेमलेट ।
धार
14 मार्च-डही, रिंगनोद, दत्तीगांव, गुजरी, बाकानेर, सिंघाना।
15 मार्च-धरमराय व पड़ियाल (डही), धामनोद, मनावर, जौलाना।
16 मार्च-कवड़ा च बाबली (डही), खलघाट।
17 मार्च-बड़वान्या (डही), राजगढ़, गंधवानी, टांडा, भारुड़पुरा।
18 मार्च-फिफेडा (डही), बाग, निसरपुर, डेहरी, धानी, गुमानपुरा।
19 मार्च-करजवानी (डही), कुक्षी, नालछा, धरमपुरी, तिरला।
20 मार्च-अराड़ा (डही), सुसारी, सरदारपुर, सलकनपुर, गोलपुरा।
(भगोरिया के बाद जिले के भोपावर, टीमायची, दसई, केशवी, सगवाल व लेड़गांव में गलचूल मेला लगेगा।)
खरगोन
14 मार्च-काबरी, खरगोन।
15 मार्च-टांडा बरुड़ ।
16 मार्च-भगवानपुरा।
17 मार्च-भग्यासुर।
18 मार्च-बिस्टान ।
19 मार्च-पिपलझोपा, मोहना
20 मार्च- धूलकोट, सिरवेल।