Income Tax Raid: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। इंदौर के सबसे बड़े रियल एस्टेट कारोबारियों में शुमार होना वाला बादलचंद मेहता (बीसीएम) समूह आयकर विभाग के निशाने पर है। समूह के करीब 45 ठिकानों पर आयकर विभाग की टीमें जांच में जुटी है। करीब 500 आयकर अधिकारियों को छापों में तैनात किया गया है। इंदौर के साथ ही मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु और गोवा में भी समूह से संबंधित दफ्तर व ठिकानों पर जांच जारी है। कर चोरी व अघोषित आय का पता लगाने के लिए आयकर ने जांच शुरू की है। इंदौर में समूह के लिए काम करने वाले कांट्रेक्टरों से लेकर ब्रोकरों के ठिकानों पर भी गुरुवार सुबह से आयकर विभाग के अधिकारी पहुंचे। कुछ ब्रोकरों को आयकर विभाग ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
समूह के बांबे अस्पताल के पास स्थित दफ्तर के साथ बीसीएम समूह के डायरेक्टरों में राजेश मेहता, अरुण मेहता, नवीन मेहता, रोहिन मेहता व ऋषभ मेहता के साथ ही भागीदारों और रेशो डील करने वालों के घरों पर भी आयकर टीमें पहुंचीं। इंदौर में ही करीब 37 ठिकानों पर जांच जारी है। आयकर विभाग के निशाने पर इंदौर के रियल एस्टेट कारोबारी लगातार निशाने पर हैं। यह पांचवां बड़ा रियल एस्टेट समूह है जो पांच महीनों के भीतर आयकर के छापों के दायरे में आया है। बीसीएम समूह हाल ही में तब चर्चा में आया था जब देश के नामी उद्योग घराने के साथ मिलकर इंदौर में अस्पताल शुरू किया। इंदौर में शुरू हुए इस अस्पताल के लिए जमीन बीसीएम समूह ने ही मुहैया करवाई है व अस्पताल के साथ अपना नाम भी शामिल किया है।
ब्रोकरों के ठिकानों से भी जब्ती
आयकर विभाग की इंवेस्टिगेशन विंग ने बीसीएम के संचालकों के दफ्तर और घरों से रिकार्ड, कंप्यूटर, मोबाइल आदि जब्त किए। इनके प्रोजेक्ट में संपत्ति के सौदे करवाने वाले दलालों और कालोनी व निर्माण का ठेका लेने वाले ठेकेदारों के घर-दफ्तरों पर भी दबिश थी। खजराना में एक ठेकेदार के साथ ही राजवाड़ा पर रेडीमेड गारमेंट निर्माता संजय मालानी के यहां भी आयकर की टीमें पहुंचीं। संजय मालानी के साथ उमेश डेंबला और आनंद लखोटिया के साथ दलाल गौतम जैन भी आयकर जांच के दायरे में हैं। असल कीमत छिपाकर दलालों के जरिये डायरियों पर संपत्ति के सौदे करवाने का शक है। इनमें से कुछ दलालों पर बीते समय प्रशासन ने बांड ओवर की कार्रवाई भी की थी। सूत्रों के अनुसार, आयकर ने कुछ दलालों को हिरासत में लिया है जबकि कुछ शहर से फरार हो गए।
कागज पर कम दामों में बिक्री दिखाई
प्रभात प्लाजा स्थित रेडीमेड के कारखाने पर आयकर टीमें पहुंची और शटर खुलवाकर रिकार्ड जब्त किया। सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग को सूचना व बीते दिनों के छापों में तथ्य मिले थे कि बिक्री कीमतों के साथ प्रोजेक्ट के लिए खरीदी जाने वाली जमीन की कीमतों में भी कागज पर कम मूल्य दिखाया जा रहा है। साथ ही कैपिटल गेन के मामले में भी गड़बड़ी है। समूह के प्रोजेक्ट के लिए बीते दिनों कुछ आयकर विभाग के अधिकारी खरीदार बनकर पहुंचे थे। कागज पर कम दामों पर बिक्री दिखाने की पुष्टि होने के बाद छापे मारे गए।
Posted By: Sameer Deshpande