नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर(Hit and Run in Indore)। स्कूटर सवार दीक्षा व लक्ष्मी की बीएमडब्ल्यू कार से जान लेने वाला गजेंद्र ग्वालियर के रिटायर प्रधान आरक्षक सरदारसिंह का बेटा निकला। वह नशे में कार चला रहा था। सीनियर पंकज की जन्मदिन की पार्टी में 12 बजे के पहले पहुंचना था।
हादसे के बाद भी उसने पंकज के घर पार्टी की और घर जाकर सो गया। पुलिस ने गजेंद्र को गैरइरादन हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। टीआई मनोज सेंधव के मुताबिक गजेंद्र तुलसीनगर में ही किराये के मकान में रहता है।
कुछ दिनों पूर्व ही सी-21 बिजनेस पार्क में टास्कअस कंपनी में बतौर टीममेट नौकरी की शुरुआत की थी। कार में बैठी श्री पंकज की दोस्त है। रविवार को पंकज का जन्मदिन था। गजेंद्र ने बांबे अस्पताल के सामने से केक खरीदा व सनसिटी रवाना हुआ।
जल्दी पहुंचने के लिए जानबूझकर गलत दिशा में कार घुसाई और स्कूटर को टक्कर मार दी। पूछताछ में गजेंद्र ने बताया कि उसे पता चल गया था कि टक्कर जोरदार लगी है। एयरबैग खुल चुके थे। स्टीयरिंग ने काम करना बंद कर दिया था। इसलिए साईंकृपा कॉलोनी में कार खड़ी कर भाग गए।
पंकज के घर पर केक काटा और जन्मदिन सेलिब्रेट कर घर जाकर सो गया। सुबह कार उठाने एक युवक को क्रेन लेकर भेजा लेकिन वह भीड़ देखकर लौट आया। पुलिसकर्मियों को भनक लगी तो कार की हवा निकाल दी और वायर काट कर आगे-पीछे गाड़ियां खड़ी करवा दीं। दोपहर को क्रेन की सहायता से कार थाने पहुंचा दी।
दीक्षा तुलसीनगर में रचना के साथ रहती थी। उसने बैंक आफ बड़ौदा में इंटर्नशिप की लेकिन 15 दिन पूर्व नौकरी छोड़ दी। रचना ने बताया कि लक्ष्मी उसे लेने के लिए घर आई थी। दीक्षा ने टिफिन तैयार किया और लक्ष्मी के साथ स्कूटर लेकर चली गई। सुबह दो युवक ढूंढते हुए घर पहुंचे और बताया कि दीक्षा का एक्सीडेंट हुआ है। सहेलियों के साथ अस्पताल गई लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।