नईदुनिया प्रतिनिधि,इंदौर: तहसील न्यायालय से करोड़ों रुपये कीमती जमीन की फाइल चोरी का मामला सामने आया है। कलेक्टर ने महिला कर्मचारी के विरुद्ध चोरी का प्रकरण दर्ज करवाया है। तहसीलदार की भूमिका संदिग्ध बताई गई है जिसमें महिला कर्मचारी ने भी तहसीलदार का नाम लिया है। पंढरीनाथ टीआइ अजय राजौरिया के मुताबिक राजस्व निरीक्षक (आरआइ) अरुण कुमार तिवारी द्वारा लिखित आवेदने भेजा है। पुलिस ने प्रवाचक अनिता अंगारे के विरुद्ध केस दर्ज किया है।
मामला ग्राम कोर्डियाबर्डी स्थित करोड़ों रुपये कीमती जमीन से संबंधित है। दो साल पूराने इस प्रकरण को लेकर नर्मदा प्रसाद अर्खेल तर्फे राहुल विसपुते द्वारा कलेक्टर आशीषसिंह को शिकायत की थी। जिसमें नर्मदा प्रसाद ने तहसीलदार (पीठासीन अधिकारी) शैवालसिंह पर फाइल गुम करने और मानसिक रुप से परेशान करने का आरोप लगाया। कलेक्टर ने टीएल बैठक में प्रकरण को शामिल किया और शैवाल सिंह व अनिता अंगारे के विरुद्ध जांच बैठा दी। मंगलवार को कलेक्टर ने आरआइ अरुण तिवारी को थाने भेज कर एफआइआर दर्ज करवा दी, टीआइ के मुताबिक स्टेनो,रीडर सहित अन्य लोग भी जांच की जद में है।
यह मामला दो साल से चल रहा है और यह मामला नर्मदा प्रसाद विरुद्ध निरंजन नागा का है। पता चला है कि तहसीलदार दो साल से नामांतरण की फाइलें दबा कर बैठे थे। नर्मदा प्रसाद ने शैवालसिंह को बर्खास्त करने की शिकायत की थी। कलेक्टर द्वारा भेजे नोटिस में शैवालसिंह ने कहा कि प्रकरण संधारण की जिम्मेदारी प्रवाचक(सहायक ग्रेड-3) अनिता अंगारे की है। वहीं अनिता ने कहा तहसीलदार शैवालसिंह के आदेश अनुसार फाइल एक बस्ते में बांध कर तहसीलदार की गाड़ी में रखवाई थी इसलिए फाइल तहसीलदार की अभिरक्षा में थी।