इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। सियागंज में सुपारी कारोबारी के ठिकानों पर शुक्रवार को सेंट्रल जीएसटी ने छापा मारा। घटिया गुणवत्ता की और प्रतिबंधित विदेशी सुपारी को ड्यूटी और टैक्स चोरी कर स्थानीय बाजारों में खपाने की सूचना पर यह कार्रवाई की गई।सूत्रों के मुताबिक बीते समय नागपुर के बड़े सुपारी तस्करों पर केंद्रीय एजेंसियां कार्रवाई कर चुकी है। बीती कार्रवाई से साझा किए गए इनपुट ही इंदौर की इस कार्रवाई का आधार बने। देर शाम तक सीजीएसटी के अधिकारी सुपारी कारोबारियों के ठिकानों पर जांच में जुटे थे।
सीजीएसटी की टीम ने सियागंज में भारत सुपारी के तीन ठिकानों पर जांच की। सूत्रों के अनुसार टैक्स चोरी और बोगस बिलों से नागपुर और अन्य शहरों से विदेशी सुपारी मंगवाने के साथ ही इंदौर के अलावा उज्जैन के गुटखा कारोबारियों को आपूर्ति करने की जानकारी विभाग के हाथ लगी है।
दरअसल देश के दक्षिणी राज्यों में उगने वाली सुपारी पर 5 प्रतिशत की दर से जीएसटी लागू है। जबकि विदेशी सुपारी के आयात को सरकार ने स्थानीय सुपारी उत्पादक किसानों के साथ स्वास्थ्यगत कारणों से भी कड़े नियंत्रण में रखा गया है।इंडोनेशिया व कुछ अन्य देशों की सुपारी के आयात पर करीब 113 प्रतिशत ड्यूटी चुकाना होती है।
ऐसे में सुपारी तस्कर असम,बांग्लादेश व अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों से गैरकानूनी आयात कर विदेशी सुपारी को भारत की सीमा में दाखिल करवाते हैं। इसके बाद बोगस फर्मों व सोसायटी के बिल आदि बनाकर उसे देश में उत्पादित सुपारी करार दे दिया जाता है। उड़ीसा, नागपुर और छत्तीसगढ़ के रास्ते तस्करी व टैक्स चोरी की ऐसी सुपारी बड़े पैमाने पर इंदौर के बाजार में भी पहुंच रही है।
कार्रवाई के लिए बीते दिनों से सेंट्रल एक्साइज (सीजीएसटी) की प्रिवेंशन विंग लगातार सियागंज और लोहा मंडी व ट्रांसपोर्ट नगर में रैकी कर रही थी। शुक्रवार को कार्रवाई को अंजाम दिया गया। जांच सियागंज पर केंद्रित रही ट्रांसपोर्ट नगर और लोहा मंडी के गोदामों में टीम जांच के लिए नहीं पहुंच सकी। सूत्रों के अनुसार इंडोनेशिया की प्रतिबंधित सुपारी को भी बड़े पैमाने पर भी स्थानीय बाजार में टैक्स चोरी कर खपाया गया है। उज्जैन के एक गुटखा कारोबारी को सुपारी सप्लाय के सबूत विभाग की जांच में लगे हैं।
जानकारी लीक होने का शक
जांच को लेकर सीजीएसटी के अधिकारियों ने कुछ भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।हालांकि कार्रवाई की सूचना लीक होने की आशंका भी व्यक्त की जा रही है। सूत्रों के अनुसार बीते दिनों से उज्जैन की नंबर प्लेट वाली एक कार से जीएसटी के अधिकारी लोहा मंडी और सियागंज क्षेत्र में रैकी कर रहे थे।
कार पर विभाग और प्रिवेंशन विंग लिखा होने से कई कारोबारी चौकन्नाा हो गए थे। इस दौरान कुछ अधिकारियों ने एक स्थानीय गुटखा कारोबारी से भी संपर्क किया था।यह गुटखा कारोबारी पहले लाकडाउन के दौरान डीआरआइ और डीजीजीआइ की कार्रवाई के निशाने पर आ चुका है। शुक्रवार को जब कार्रवाई हुई तो लोहा मंडी और ट्रांसपोर्ट नगर के कुछ गोदाम भी पहले ही खाली हो चुके थे।