नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। किन्नरों के दो गुटों में मंगलवार को बड़ा विवाद हो गया। इसकी शुरुआत सुबह शुरू हुई, जो आधी रात तक जारी रही। सैकड़ों किन्नरों ने अन्नपूर्णा थाना घेर लिया। पुलिसवालों से भी धक्का-मुक्की हो गई। एक गुट के किन्नरों को टीआइ के बाथरूम में छिपना पड़ा। हिंदू संगठन के कार्यकर्ता भी थाने में बंधक बन गए, जिन्हें बाद में बचाकर निकाला गया।
झगड़ा सोनम किन्नर (नंदलालपुरा) और पायल हाजी (एमआर-10) के किन्नरों में हुआ। सोनम गुट के किन्नर मंगलवार सुबह अपहरण, धमकी और जानलेवा हमले की शिकायत करने आयुक्त कार्यालय पहुंचे थे। उनके साथ महावर नगर का राजेश्वरी किन्नर भी था। शाम को पायल गुट महावर नगर पहुंचा और राजेश्वरी को अपने साथ ले गया। सोनम गुट ने कहा कि राजेश्वरी का अपहरण हुआ है। उसे बाल पकड़ कर खींचते हुए ले गए हैं।
पायल हाजी के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट लिखवाने किन्नर अन्नपूर्णा थाने जा पहुंचे। मदद के लिए हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं को भी बुलाया गया। कुछ देर बाद पायल गुट भी थाने आ गया और नारेबाजी करने लगा। पायल गुट में मुस्लिम किन्नर हैं। थाने में धार्मिक नारे भी लगाना शुरू कर दिए। जबरदस्ती थाने में घुसने की कोशिश की गई। स्थिति इतनी बिगड़ी कि नंदलालपुरा के किन्नरों को टीआई अजय नायर के केबिन में बने बाथरूम में छिपना पड़ा।
पुलिसकर्मियों के साथ भी धक्का-मुक्की की गई। स्थिति संभालने के लिए चैनल गेट लगाकर आवाजाही रोकनी पड़ी। सूचना मिलने पर एडीसीपी जोन-4 दीशेष अग्रवाल, एसीपी शिवेंदु जोशी और हेमंत चौहान भी पहुंच गए। पुलिस ने किसी भी किन्नर के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की।
पायल हाजी के साथियों ने कहा कि राजेश्वरी उसकी मर्जी से गई है। वह उसके बयान करवाने के लिए तैयार हैं। टीआई के अनुसार किन्नरों में लंबे समय से विवाद चल रहा है। चंदननगर, विजयनगर, परदेशीपुरा और पंढरीनाथ थाने में केस दर्ज हो चुके हैं।