Coronavirus in Indore : इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। शनिवार को पॉजिटिव आए चार मरीजों के रिश्तेदारों को आइसोलेट करने के लिए पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम को रविवार को बदलसूकी झेलनी पड़ी। मरीजों के स्वजन का कहना था कि हमें आइसोलेट किया तो डॉक्टरी भुला देंगे। देर तक मशक्कत करने के बाद भी जब परिजन नहीं माने तो डॉक्टरों ने पुलिस से सहयोग मांगा। पुलिस के आने के बाद रानीपुरा क्षेत्र से सात लोगों को असरावद के क्वारंटाइन सेंटर ले जाया गया। इंदौर में पॉजिटिव मिले मरीजों के स्वजन को आइसोलेट और क्वारंटाइन करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मशक्कत कर रहे हैं। टीम के साथ अभद्रता बढ़ती जा रही है। रविवार को रानीपुरा क्षेत्र में पॉजिटिव मरीज के संपर्क में आए परिवार के लोगों को लेने टीम पहुंची। टीम ने उन्हें सेंटर ले जाने की बात कही और मास्क भी देने चाहे, लेकिन परिवार की महिलाओं ने विरोध कर गलियारे में थूकना शुरू कर दिया।
रानीपुरा और खजराना में घंटों घूमते रहे कोरोना पॉजिटिव : इधर, कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के सरकारी दावों की धज्जियां उड़ाते हुए एमआरटीबी अस्पताल से भागे दोनों कोरोना पॉजिटिव मरीज रानीपुरा और खजराना में बेखौफ घंटों घूमते रहे। एक मरीज शनिवार देर रात भागा था तो दूसरा रविवार दोपहर। शनिवार को भागे मरीज को रैपिड एक्शन टीम ने रविवार सुबह खजराना क्षेत्र से पकड़ लिया, जबकि रविवार दोपहर भागा मरीज शाम करीब 6 बजे क्षेत्र में घूमता मिला। स्वास्थ्य विभाग ने उसे दोबारा अस्पताल पहुंचाया। इन दोनों मरीजों के अलावा एक और मरीज भी भागा है जिसका अब तक पता नहीं चला। हालांकि इस मरीज की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। उसे सिर्फ अस्पताल में आइसोलेट किया गया था।
रानीपुरा से जुड़ी हुई है हिस्ट्री : शनिवार को एमआरटीबी अस्पताल से जो मरीज भागा था, उसकी हिस्ट्री रानीपुरा से जुड़ी हुई है। तीन दिन पहले रानीपुरा में रहने वाले एक व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि हुई थी। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने यह पता लगाया कि वह किन-किन लोगों से मिला था। एक दिन बाद ही पता चला कि रानीपुरा निवासी इस व्यक्ति की दोनों बेटियां भी कोरोना से संक्रमित हैं। इनकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई। इसके बाद सतर्कता बरतते हुए उन सभी व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई जो रानीपुरा निवासी इस व्यक्ति के संपर्क में आए थे।
इसमें वह व्यक्ति भी मिला जो शनिवार रात अस्पताल से भागा था। इस व्यक्ति को अस्पताल में आइसोलेटेड करते हुए जांच के लिए सैंपल लिया गया था। शनिवार देर रात करीब डेढ़ बजे जांच रिपोर्ट में यह व्यक्ति भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया। हालांकि इसके पहले ही वह एमआरटीबी अस्पताल से भाग चुका था।
चल-फिर रहा है युवक : रानीपुरा निवासी युवक के बारे में बताया जा रहा है कि उसमें कोरोना का संक्रमण है लेकिन फिलहाल उसमें बीमारी के लक्षण नहीं हैं। वह आराम से चल-फिर रहा है। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया था। इसी से परेशान होकर वह अस्पताल से भाग गया था। इधर, शनिवार रात अस्पताल से भागा मरीज यहां की व्यवस्था को लेकर नाराज था। दोबारा अस्पताल लाए जाने पर भी वह देर तक अधिकारियों को कोसता रहा। उसका कहना था कि उसका इलाज करने के बजाय डॉक्टरों ने उसे सिर्फ वार्ड में कैद कर रखा था।
मरीज कैसे और कब निकले, नहीं चला पता
अस्पताल सूत्रों के मुताबिक कोरोना पॉजिटिव जो मरीज शनिवार देर रात अस्पताल से भागा था, उसे शनिवार शाम करीब छह बजे अंतिम बार वार्ड में देखा गया था। मरीज अस्पताल से कैसे और कब निकला इस बात की जानकारी सामने नहीं आई। इसी तरह रानीपुरा निवासी युवक भी दोपहर 12.45 बजे अंतिम बार वार्ड में देखा गया था। दो बजे पता चला कि वह कहीं चला गया है।
मरीज की मां को समझाया, तब पकड़ में आया
एमआरटीबी से भागे मरीज को पकड़ने के लिए पुलिस को मशक्कत करनी पड़ी। एएसपी (क्राइम) राजेश दंडोतिया को उसकी लोकेशन सैफी होटल चौराहा के आसपास की मिली। अफसरों ने उसकी मां को समझाया। मां ने बेटे से बात की और मिलने बुलाया। अफसरों ने एंबुलेंस भी बुला ली थी। जैसे ही मरीज मिलने आया उसे स्वास्थ्य विभाग के सुपुर्द कर दिया गया
पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों से अभद्रता करने वालों पर केस
पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों से अभद्रता करने वालों पर केस उधर, देर रात घटना का वीडियो वायरल हुआ तो अफसरों ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। एएसपी अनिल पाटीदार के मुताबिक रानीपुरा निवासी मुकेश राणा और राहुल राणा के खिलाफ पुलिस ने डॉ. अश्विनी कुमार की शिकायत पर कोतवाली थाना में शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का केस दर्ज कर लिया।
हमने अस्पताल में सुरक्षा गार्ड बढ़ा दिए हैं। भविष्य में ऐसी घटना न हो, इसके इंतजाम भी किए जा रहे हैं। अस्पताल से भागे मरीज किन-किन लोगों के संपर्क में आए, इसकी जांच की जा रही है। जो भी संपर्क में आया होगा, उसकी भी जांच करेंगे। - डॉ. प्रवीण जडिया, सीएमएचओ