परिवार के सदस्यों के रिश्तों को बिगड़ने से बचा रहा परामर्श केंद्र
जनसुनवाई में परिवार के सदस्यों के बीच की समस्याओं को पुलिस के अधिकारी आपसी समझौते से कर रहे हैं दूर।
By gajendra.nagar
Edited By: gajendra.nagar
Publish Date: Wed, 24 Nov 2021 04:16:53 PM (IST)
Updated Date: Wed, 24 Nov 2021 04:16:53 PM (IST)

इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। पुलिस की जनसुनवाई में कई तरह की शिकायत अधिकारियों के पास पहुंचती है। इसमें से कई मामलों में पुलिस अधिकारी परिवार के सदस्यों के रिश्तों को बचाने के लिए आपसी समझौते का तरीका अपनाते है। इसमें इंदौर पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है। डीआइजी की जनसुनवाई में इस तरह के कई मामले आए जिसमें पुलिस ने परामर्श केंद्र की सहायता से निदान निकाला।
शिवमपुरी कालोनी की अनार देवी दुबे ने अपने लड़के विनय दुबे के खिलाफ मकान पर अवैध कब्जा करने और परिवार को परेशान करने की शिकायत जनसुनवाई में की। अनार देवी ने अधिकारियों को बताया कि पति सुभाष दुबे का निधन 2018 में हो गया और उनके तीन पुत्र है। जिनमें से बड़े पुत्र का कोरोना संक्रमण के कारण निधन हो चुका है। वह अपने पुत्र और विधवा बहू के साथ रहकर गुजर बसर करती है। छोटे पुत्र विनय दुबे और उसकी पत्नी उन्हें निरंतर परेशान कर रहे हैं। वे मकान पर कब्जा करना चाहते हैं। अधिकारियों द्वारा परिवार के सभी सदस्यों को परामर्श केंद्र बुलाकर समझाइश दी गई और उन्हें वरिष्ठ नागरिक के अधिकार तथा कानून की जानकारी दी गई। पुलिस की मदद से परिवार में आपसी समझौता हुआ और भविष्य में एक-दूसरे के सुख-दुख में सहयोग करने का भी वचन दिया गया। जनसुनवाई में आवेदिका फरीदा पति रशीद निवासी अली कालोनी खजराना ने पुत्र असीर व एमन पिता रशीद के खिलाफ भरण पोषण के संबंध में जनसुनवाई में शिकायत की। पुलिस ने सभी पक्षों को केंद्र पर बुलाकर समझाइश दी तो समझौता हो गया।
महमूद पति स्वर्गीय सूफी फरीद बाबा साउथ तोड़ा इंदौर ने अपने पुत्र रईस के विरुध्द बेचे गए मकान के पैसे हजम करने के संबंध में शिकायत जनसुनवाई केंद्र पर दर्ज कराई। परिवार के सभी सदस्यों को केंद्र पर बुलाकर पुलिस ने माता-पिता के भरण पोषण की जानकारी दी। इसके बाद परिवार के सभी भाई और बहनों ने आपसी समझौते से मां के साथ अच्छा व्यवहार करने व प्रापर्टी में बराबर हिस्सा करने की बात तय हुई। परामर्शदाताओं की मदद से इस तरह के कई मामलों में आपसी समझौते से पुलिस परिवार के सदस्यों को दूर होने से बचा रही है। परामर्श केंद्र के प्रभारी एनएस जादौन, केके बिड़ला, डा. आरके शर्मा, जीएम पाठक, आनंद श्रीवास्तव, एडी पाटिल और रामेश्वर कुशवाह इस तरह के मामलों के समाधान के लिए काम कर रहे हैं।