
इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। देशभर के शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश के लिए होने वाली कामन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) पीजी को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने तैयारी शुरू कर दी। एजेंसी ने प्रत्येक संस्थान से स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के बारे में पूछा है। इस संबंध में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने विभिन्न अध्ययनशालाओं से संचालित स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की सूची बनाई है।
खास बात यह है कि इस बार पीजी पाठ्यक्रम की संख्या बढ़ गई है। नान सीईटी वाले 27 पीजी कोर्स को भी सीयूईटी से जुड दिया है, क्योंकि इनकी पिछले कुछ सालों से सीटें भरने में विश्वविद्यालय को काफी दिक्कतें आ रही थी। कई बार नान सीईटी काउंसिलिंग करवाना पड़ रही थी।
अधिकारियों के मुताबिक पहले जहां 16 पाठ्यक्रम में विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता था, लेकिन इस बार होने वाली सीयूईटी में विश्वविद्यालय के 43 पीजी कोर्स होंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सूची बनाकर एनटीए को भेज दी है।

सीयूईटी पीजी में आइआइपीएस, आइएमएस, कामर्स, ईएमआरसी, पत्रकारिता, इकानोमिक, कम्प्युटर साइंस विभागों से संचालित पाठ्यक्रम रखे गए हैं। नवंबर में एनटीए ने सीयूईटी पीजी की परीक्षा को लेकर तारीख तय की, जो 11 से 28 मार्च 2024 के बीच रखी है।
इसके बाद दिसंबर में एनटीए ने सारे संस्थानों को पत्र भेजकर पाठ्यक्रम के बारे में पूछा। विश्वविद्यालय ने विभागाध्यक्षों की बैठक बुलाई, जिसमें कुलपति डा रेणु जैन और सीयूईटी समन्वयक डा. कन्हैया आहूजा ने बाकी विभागों से अपने-अपने पाठ्यक्रम सीयूईटी में शामिल करने के बारे में पूछा।
तीन दिन पहले कुछ विभागों ने दिलचस्पी दिखाई। करीब 27 पाठ्यक्रम को सीयूईटी में शामिल किया गया, जिसमें आइईटी के सात एमई, एमएससी इंडस्ट्रियल बायोलाजी, एमएससी लाइफ साइंस, एमफार्मा, एमएससी डाटा साइंस, एमएससी एप्लाइड मैथ्स, एमटेक इंस्टूमेंटेशन, एमएससी स्टैटिक्स सहित कई पाठ्यक्रम है।
इन पाठ्यक्रमों में अभी तक नान सीईटी के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता है। मगर इस बार सीयूईटी से विद्यार्थियों को सीटें आवंटित की जाएगी। सीयूईटी समन्वयक डा. कन्हैया आहूजा का कहना है कि सीयूईटी पीजी में पाठ्यक्रम की संख्या बढ़ाई गई है। 43 पीजी कोर्स में विद्यार्थियों को प्रवेश मिलेगा। सूची एनटीए को भेज दी है।