इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि Dengue In Indore । पालदा क्षेत्र की दो कालोनियों में डेंगू फैलने का खतरा होने से हड़कंप है। बीते दो दिन में क्षेत्र के श्रीराम नगर और समता नगर में एक-एक व्यक्ति की बुखार आने के बाद तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई है। स्वजनों का दावा है कि दोनों को ही डेंगू था, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इससे इंकार कर रहे हैं।
एक मौत सोमवार को हुई। समता नगर के सनी (25) को 8 सितंबर को बुखार आया था। उसके पिता बद्रीलाल सिसौदिया ने बताया कि पहले वे उसे साजन नगर स्थित निजी होम ले गए। डेंगू की रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। वहां से आठ बाटल खून की व्यवस्था करने को कहा गया। चार बाटल पहले दिन चढ़ाई गई और बाकी चार बाटल अगले दिन। जब स्थिति नहीं संभली, तो नर्सिंग होम से मरीज को अरबिंदो अस्पताल ले जाने को कहा गया।
वहां बेड नहीं मिलने पर बाद में उसे बाम्बे अस्पताल में भर्ती कराया गया। सनी की सोमवार शाम को मौत हो गई। क्षेत्र के पू्र्व सरपंच अंबाराम मालवीय ने बताया कि रविवार को पालदा के श्रीराम नगर में सुखदेव (23) नाम के युवक की मौत भी डेंगू से हुई है। उसकी भुआ सुनीता भारती ने बताया कि भतीजे को 15 दिन से बुखार था। प्लेटलेट्स कम होने के बाद रविवार को निजी नर्सिंग होम में उसकी मौत हुई। उसे डेंगू बताया गया था।
नगर निगम के दावे झूठे, न सफाई हुई, न दवाइयां छिड़की
पूर्व सरपंच ने आरोप लगाया कि नगर निगम की ओर क्षेत्र में न तो कोई विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है, न मच्छरनाशक दवाइयां छिड़की जा रही हैं। इससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। क्षेत्र के लोगों में डर है कि कहीं उन्हें भी डेंगू न हो जाए। उन्होंने कहा कि नगर निगम के दावे गलत हैं। पालदा क्षेत्र में तो बीमारियों की रोकथाम के लिए कोई काम नहीं किया जा रहा है।
जिम्मेदार बोले- अब तक केवल एक मौत हुई
इधर, पालदा क्षेत्र में डेंगू फैलने या किसी की मौत संबंधी बात से मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डा. बीएस सैत्या ने इंकार किया। उन्होंने कहा अब तक जिले में डेंगू से केवल एक मौत दर्ज हुई है। जिला मलेरिया अधिकारी दौलत पटेल ने भी कहा कि पालदा क्षेत्र से डेंगू के मरीज मिलने या किसी की मौत की कोई सूचना नहीं है।