DAVV Course Fees: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। 2024-25 सत्र से देवी अहिल्या विश्वविद्यालय अपने अध्ययनशालाओं से संचालित पाठ्यक्रम की फीस बढ़ा सकता है, जिसमें स्नातक-स्नातकोत्तर व इंटीग्रेटेड कोर्स शामिल है। इस संबंध में अगले सप्ताह फीस समिति की बैठक होगी। उसमें कितने प्रतिशत फीस वृद्धि करना है। इस बारे में सदस्य मंथन करेंगे।
वैसे अधिकांश अध्ययनशालाओं ने आठ से दस फीसद ट्यूशन फीस की राशि बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। अधिकारियों के मुताबिक बैठक के सुझाव व सिफारिशों को कार्यपरिषद में रखा जाएगा, जो जून में प्रस्तावित की गई है। हालांकि कुछ विभागों में पांच साल से फीस नहीं बढ़ी है।
कोरोनाकाल में परिवारों की आर्थिक परिस्थिति बिगड़ने के चलते विश्वविद्यालय ने फीस नहीं बढ़ाई है। मगर इस साल अधिकांश विभागों ने फीस वृद्धि पर जोर दिया है और तर्क दिया है कि विभागों का विस्तार करना है। साथ ही कक्षाओं का कायाकल्प और नए उपकरण व विद्यार्थियों से जुड़ी सुविधाओं में इजाफा करना है।
वैसे फरवरी में विश्वविद्यालय ने फीस विनियामक समिति बनाई है, जिसमें आइईटी डायरेक्टर डा. संजीव टोकेकर, आइआइपीएस निदेशक डा. बीके त्रिपाठी, स्कूल आफ सोशल साइंस की विभागाध्यक्ष डा. रेखा आचार्य, वित्त नियंत्रक और विकास विभाग के प्रभारी को सदस्य बनाया है। मार्च में पहली बैठक बुलाई।
विभागाध्यक्षों से फीस संबंधित प्रस्ताव मांगे हैं, जो 30 अप्रैल तक भेजे जा चुके है। समिति सदस्यों ने अध्ययनशालाओं से प्रत्येक कोर्स की वर्तमान और प्रस्तावित फीस का उल्लेख करने के निर्देश दिए है। साथ ही कोर्स की सीट संख्या भी बढ़ाना है। वहीं एसटी-एससी और ओबीसी विद्यार्थियों के बारे में भी बताना है।
सीयूईटी और नान सीयूईटी के माध्यम से विश्वविद्यालय से संचालित पाठ्यक्रम में प्रवेश दिया जाएगा। जून में सीयूईटी-नान सीयूईटी के पहले चरण की काउंसिलिंग शुरू होगी। सीयूईटी में 28 यूजी व इंटीग्रेटेड और 43 पीजी कोर्स शामिल है, जिसमें 2800 सीटें है।
जबकि नान सीयूईटी में 72 सर्टीफिकेट, डिप्लोमा, पीजी डिप्लोमा, यूजी-पीजी कोर्स की 2686 सीटें है। दोनों प्रवेश प्रक्रिया से विद्यार्थियों को आइएमएस, आइआइपीएस, ईएमआरसी, पत्रकारिता, इकोनामिक्स, फिजिक्स, केमेस्ट्री, आइईटी सहित 28 विभागों में दाखिला मिलेगा।
डीएवीवी इंदौर में फीस समिति की अगली बैठक 30 मई तक बुलाई जा सकती है। चर्चा के बाद समिति प्रस्ताव बनाकर कार्यपरिषद में रखेंगे। उसके आधार पर फीस की राशि तय होगी। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डा. चंदन गुप्ता का कहना है कि फीस वृद्धि का प्रस्ताव कार्यपरिषद में रखेंगे।
सदस्यों की मोहर लगने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन फीस का नया शेड्यूल जारी करेंगा। वैसे सिर्फ ट्यूशन फीस बढ़ाएंगे। लाइब्रेरी, कम्प्युटर लैब सहित अन्य फीस की राशि में कोई फेरबदल नहीं किया जाएगा।