
DAVV Indore: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने बीएड की विशेष एटीकेटी परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया, जिसमें 1200 से अधिक छात्र-छात्राएं फेल हो गए हैं। गुरुवार को इन विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया और दोबारा अपनी कापियां जांचने की मांग रखी। रिजल्ट से असंतुष्ट विद्यार्थियों ने खराब मूल्यांकन करने का आरोप लगाया है, मगर विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने सैंपलिंग करवाने से इनकार कर दिया है। उधर, कई विद्यार्थियों के रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड नहीं हुए हैं।
सरकारी स्कूलों में संविदा शिक्षक वर्ग-3 में चयनित हुए उम्मीदवार जो बीएड फाइनल सेमेस्टर में फेल हो चुके थे, उनके लिए विश्वविद्यालय ने फरवरी में विशेष एटीकेटी परीक्षा करवाई थी। इसमें करीब 2300 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। दो महीने के भीतर बुधवार को जारी रिजल्ट में सिर्फ एक हजार विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं, जबकि अधिकांश छात्र-छात्राओं को पहले से भी कम अंक मिले हैं।
गुरुवार को कुछ विद्यार्थी आरएनटी मार्ग स्थित विश्वविद्यालय नालंदा परिसर पहुंचे, जहां उन्होंने परीक्षा नियंत्रक डा. एसएस ठाकुर से मुलाकात की। विद्यार्थियों ने कहा कि पहले जिस विषय में 20-22 अंक मिले थे, इस बार विशेष एटीकेटी में 15-17 अंक ही आए हैं। पहले विद्यार्थियों ने कापियां दिखाने की मांग रखी, पर परीक्षा नियंत्रक ने एटीकेटी में प्रविधान नहीं होने की बात कहीं, फिर विद्यार्थियों ने कापियों की सैंपलिंग करवाने पर जोर दिया।
परीक्षा नियंत्रक डा. ठाकुर ने कहा कि सैंपलिंग करवाने का प्रविधान विशेष एटीकेटी परीक्षा में नहीं रहता है। विद्यार्थियों को साल बचाने के लिए अगली परीक्षा में मौका दिया जाएगा, जिसमें सभी विषयों की परीक्षा देनी होगी।