DAVV Indore : इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। स्नातक प्रथम वर्ष के दर्जनभर वोकेशन विषयों में विशेषज्ञों की कमी होने से देवी अहिल्या विश्वविद्यालय ने मौखिक परीक्षाएं (वायवा) रोक दी। अब मुख्य परीक्षा खत्म होने के बाद विद्यार्थियों का वायवा करवाया जाएगा। विश्वविद्यालय ने कालेजों को पत्र भेजकर परीक्षाएं आगे बढ़ाने के बारे में बताया है। अधिकारियों के मुताबिक फिजिकल एजुकेशन, पर्सनालिटी डेवलपमेंट सहित कई विषय हैं। इन्हें पढ़ाने वाले शिक्षक सरकारी कालेज में नहीं हैं। इसके चलते वायवा लेने के लिए पैनल तैयार नहीं हुई है। उधर, जुलाई बाद नए सिरे से कालेजों को मौखिक परीक्षा (वायवा) करवाने को लेकर समय दिया जाएगा।
सत्र 2021-22 में उच्च शिक्षा विभाग ने स्नातक प्रथम वर्ष में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर दी है जिसमें बीए, बीकाम और बीएससी सहित अन्य विषय शामिल थे। विभाग ने अप्रैल में परीक्षा स्कीम बनाई। नियमित और प्राइवेट परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों के लिए मौखिक परीक्षा अनिवार्य की। इसके लिए विश्वविद्यालय को पैनल बनाने की जिम्मेदारी दी। मगर परीक्षाओं का संचालन कालेज स्तर पर किया जाना है। इसके लिए विश्वविद्यालय ने महीनेभर का समय दिया। कला, विज्ञान और वाणिज्य संकाय के शिक्षक की संख्या पर्याप्त है, लेकिन वोकेशनल विषय के शिक्षकों की भारी कमी है। दस विषय की पैनल नहीं बनने से कालेजों में मौखिक परीक्षाएं प्रभावित हो गई हैं। 200 कालेजों में यूजी फर्स्ट ईयर में 80 हजार छात्र-छात्राएं हैं। 25 मई से 30 जून के बीच परीक्षाएं होना थीं, लेकिन अभी तक 30 कालेजों में भी वायवा नहीं हो सका है।
शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी - विश्वविद्यालय ने मौखिक परीक्षा के लिए पैनल बनाई है, जिसमें अधिकांश सरकारी कालेजों के शिक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी है। अब इन शिक्षकों की चुनाव में ड्यूटी लगा दी गई है। ऐसे में कालेजों में मौखिक परीक्षा के लिए पैनल को नहीं भेजा गया है। अशासकीय महाविद्यालय प्राचार्य संघ के अध्यक्ष डा. राजीव झालानी का कहना है कि मौखिक परीक्षा को लेकर बहुत दिक्कतें आ रही हैं। कई कालेजों में परीक्षाएं नहीं हुई हैं। विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं।
कालेजों को दिया अतिरिक्त समय - देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डा.अशेष तिवारी का कहना है कि कुछ वोकेशनल विषयों के लिए विशेषज्ञों की कमी है। पैनल नहीं बनने से अभी मौखिक परीक्षाएं आगे बढ़ाई हैं। मुख्य परीक्षा के बाद वायवा करवाएंगे। इसके लिए कालेजों को अतिरिक्त समय दिया जाएगा।