इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद विद्यार्थी लगातार मांग कर रहे हैं कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) को भी प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों की तर्ज पर आनलाइन या ओपन बुक प्रणाली से परीक्षा लेनी चाहिए। वहीं डीएवीवी 18 जनवरी से आफलाइन परीक्षा कराने पर अड़ा है। विद्यार्थियों ने अब इंटरनेट मीडिया के जरिये अपनी बात सरकार तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। टि्वटर पर कुछ दिन में कई विद्यार्थियों ने वीडियो और पोस्ट के माध्यम से विश्वविद्यालय के खिलाफ आवाज उठाना शुरू कर दिया है। विद्यार्थियों का कहना है कि या तो ओपन बुक परीक्षा कराई जाय, या आफलाइन परीक्षा की तारीख आगे बढ़ाई जाए।
नईदुनिया को ज्यादातर ने आफलाइन परीक्षा नहीं कराने की बात कही। 80 फीसद ऐसे विद्यार्थी हैं जो ओपन बुक प्रणाली से परीक्षा चाहते हैं। विद्यार्थी अक्षय बाजपेयी का कहना है कि सभी अधिकारियों को पता है कि इंदौर में संक्रमण बढ़ रहा है। आफलाइन परीक्षा लेने से संक्रमण फैलने का खतरा है। फिर भी अगर डीएवीवी आफलाइन परीक्षा कराता है, तो संक्रमण फैलने की जिम्मेदारी उसे लेनी होगी। लॉ कोर्स के कई विद्यार्थियों ने टि्वटर पर वीडियो और पोस्ट डालकर उच्च शिक्षा मंत्री और अन्य अधिकारियों को टैग किया है। हर्ष सिंह चौहान का कहना है कि कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद मातापिता की चिंता बढ़ गई है। वे अधिकारियों से मिलकर फिलहाल आफलाइन परीक्षा नहीं कराने की मांग करना चाहते हैं।
बाहर के शहरों और गांवों में रहने वाले विद्यार्थियों के माता-पिता भी विद्यार्थियों को घर बुला रहे हैं। परीक्षा होगी या नहीं इसे लेकर स्पष्ट जवाब नहीं मिलने से मजबूरन विद्यार्थियों को शहर में रहना पड़ रहा है। अंकित राणा का कहना है कि आनलाइन परीक्षा कराने या आफलाइन परीक्षा की तारीख बढ़ाने के लिए इंटरनेट मीडिया पर बढ़ी संख्या में विद्यार्थी अभियान चला रहे हैं।