नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर: डिजिटल अरेस्ट की घटना में चौकाने वाला खुलासा हुआ है। क्राइम ब्रांच ने कन्नौज(उप्र) से मदरसा समिति के पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया। आरोपित साइबर अपराधियों से मिलकर समिति के खातों में ठगी के रुपये जमा करवा रहे थे। इनके तार विदेशों बैठे अपराधियों से जुड़े होने की संभावना है।
मुख्य आरोपित जांच एजेंसी से बचने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) का इस्तेमाल करता था। एडिशनल डीसीपी (अपराध) राजेश दंडोतिया के मुताबिक 11 सितंबर को छाया साइबर अपराध का शिकार हुई थी। आरोपितों ने छाया को दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर दो खातों में 46 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए थे।
एक्सपर्ट ने मामले की जांच कर शुक्रवार को सतौरा कन्नौज(उप्र) से अली अहमद खान और उसके बेटे असद अहमद खान को गिरफ्तार कर लिया। एडीसीपी के मुताबिक आरोपित ग्राम सतौरा में ''फलाह दारेन मसरसा'' का संचालन करते है। 69 वर्षीय अली मदरसा समिति में प्रबंधक और असद अहमद सह प्रबंधक है।
आरोपितों ने समिति के खाते में 40 लाख रुपये आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर करवाए थे। पूछताछ में सह प्रबंधक ने साइबर अपराधियों से मिलकर देशभर में ठगी करना स्वीकारा। आरोपित को खाते मुहैया करवाने के बदले जमा राशि का 50 प्रतिशत कमिशन मिलता था।
पुलिस ने शनिवार दोपहर अली को कोर्ट पेश कर जेल भेज दिया, जबकि असद अहमद को 10 दिसंबर तक पुलिस रिमांड पर ले लिया है। उसके फोन की फोरेंसिक एक्सपर्ट से जांच करवाई जा रही है। पुलिस जांच के लिए आयकर और ईडी को भी पत्र लिखेगी।
पुलिस को आरोपित असद अहदम के फोन में वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क(वीपीएन)एप मिला है। आरोपित असद अहमद सिंघई(चाइना) के नेटवर्क का उपयोग करता था। इससे जांच एजेंसियां उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं कर सकती थी।
उसने पूछताछ में बताया कि कुछ महीनों पूर्व जम्मू कश्मीर के युवक से फेसबुक पर मुलाकात हुई थी। उसके इशारे पर ही कमिशन पर खातों की सप्लाई कर रहा था। पुलिस आगे की लिंक खंगाल रही है। शक है डिजिटल के मुख्य आरोपित विदेशों में बैठे हैं। आरोपित सेंडर एप का भी इस्तेमाल कर रहा था।
डीसीपी के मुताबिक आरोपितों के कुल नौ खातों की जानकारी मिली है। सभी खाते घटना के 15 दिन पूर्व ही खुलवाए गए थे। इससे स्पष्ट हो गया कि खातों का इस्तेमाल ठगने के लिए हुआ है। उसके एक ही खाते में डेढ़ करोड़ रुपए एक दिन में अलग अलग शहरों से जमा हुए है।
असद के द्वारा केरला, महाराष्ट्र, राजस्थान के खातों में रुपये भेजे गए हैं। आरोपितों की चेन्नई,नासिक,छग सहित अन्य राज्यों की पुलिस भी तलाश कर रही है। गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही जांच एजेंसियां सतर्क हो गई है।