Health Tips: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। वर्तमान में रक्तचाप का अनियंत्रित होना एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आ रहा है। बढ़ती उम्र के साथ यह समस्या कई बार गंभीर भी हो जाती है। वर्तमान में यह भी देखा जा रहा है कि युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं और निम्न रक्तचाप व उच्च रक्तचाप की समस्या से कई लोग ग्रसीत होते जा रहे हैं।
आहार व पोषण विशेषज्ञ डा. आरती मेहरा के अनुसार यदि रक्तचाप नियंत्रित नहीं रहे तो कई गंभीर रोग भी हो सकते हैं। जितना हानिकारक उच्च रक्तचाप होता है उतना ही हानिकारक निम्न रक्तचाप भी होता है। निम्न रक्तचाप की वजह तनाव, भय, असुरक्षा या दर्द, निर्जलीकरण, जरूरत से अधिक रक्तदान, आंतरिक रक्तस्राव, नर्वस सिस्टम डिसआर्डर, पार्किंसंस रोग, गहरी चोट जिससे रक्त का बहाव अधिक हो गया हो, गर्भावस्था, उच्च रक्तचाप के नियंत्रण के लिए बगैर परामर्श के ली गई दवाएं, हृदय रोग, एलर्जी, संक्रमण आदि हो सकती है। निम्न रक्तचाप को काफी और तुलसी के सेवन से नियंत्रित किया जा सकता है।
रोजमेरी तेल अपने एंटीहाइपोटेंसिव गुण से निम्न रक्तचाप को ठीक कर सकता है। रक्तचाप कम होने के लक्षण और नुकसान से बचने के लिए इस तेल का प्रयोग किया जा सकता है। रोजमेरी तेल से एरोमा थेरेपी भी ली जा सकती है। सामान्यता एक स्वस्थ व्यक्ति में निम्न रक्तचाप के उपचार की जरूरत नहीं होती है। रक्तचाप कम होना सामान्य है और निम्न रक्तचाप के लक्षण कुछ घरेलू उपाय से ही ठीक हो सकते हैं। हां, लेकिन किसी को निम्न रक्तचाप की गंभीर समस्या है तो उसे उपचार की जरूरत हो सकती है। रक्तचाप कम होने पर इलाज के लिए चिकित्सक शरीर में रक्त चढ़ाने की सलाह दे सकते हैं। निम्न रक्तचाप के उपचार के तौर पर ब्लड प्रेशर बढ़ाने और हृदय की शक्ति में सुधार करने के लिए ब्लड प्रेशर की दवा दे सकते हैं।