Dog Bite Cases: इंदौर बनेगा डाग बाइट फ्री सिटी, प्रतिदिन 200 श्वानों की नसबंदी का लक्ष्य तय किया
Dog Bite Cases: शहर में छह माह में सभी श्वानों का टीकाकरण और नसबंदी का लक्ष्य।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Tue, 19 Mar 2024 08:05:34 AM (IST)
Updated Date: Tue, 19 Mar 2024 09:31:08 AM (IST)
इंदौर बनेगा डाग बाइट फ्री सिटीHighLights
- देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को डाग बाइट फ्री सिटी बनाने की कवायद जिला प्रशासन ने शुरू की है।
- आगामी छह माह में बचे सभी श्वानों की नसबंदी और टीकाकरण किया जाएगा।
- शहर में प्रतिदिन 200 श्वानों की नसबंदी का लक्ष्य तय किया गया है।
Dog Bite Cases: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को डाग बाइट फ्री सिटी बनाने की कवायद जिला प्रशासन ने शुरू की है। आगामी छह माह में बचे सभी श्वानों की नसबंदी और टीकाकरण किया जाएगा। इससे श्वानों की जन्मदर को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। शहर में प्रतिदिन 200 श्वानों की नसबंदी का लक्ष्य तय किया गया है। नसबंदी से बचे श्वानों की एक सप्ताह में सूची तैयार की जाएगी। इसके बाद शत-प्रतिशत नसबंदी की मुहिम शुरू होगी।
शहर के गली-मोहल्लों में आए दिन डाग बाइट की घटनाएं सामने आती हैं। सैकड़ों लोग रैबीज का टीका लगाने के लिए अस्पताल पहुंचते हैं। शहर में बढ़ रही श्वानों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए लगातार मांग उठती रही। अब जिला प्रशासन ने
डाग बाइट की घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए कार्ययोजना तैयार की है। इसे लेकर सोमवार को कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में कलेक्टर कार्यालय में बैठक हुई। इसमें बताया गया कि एनिमल ब्रीडिंग कंट्रोल प्रोग्राम के तहत श्वानों की शत-प्रतिशत नसबंदी और टीकाकरण किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि शहर में वर्ष 2014-15 से श्वानों की नसबंदी का अभियान चल रहा है। अब तक दो लाख श्वानों की नसबंदी की जा चुकी है। आंकड़ों के अनुसार 50 हजार के करीब श्वानों की नसबंदी अब भी शेष है। दो एजेंसियां श्वानों की नसबंदी करने का काम कर रही है। बैठक में
नगर निगम आयुक्त शिवम वर्मा, डा. उत्तम यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारी और नसबंदी कार्य में संलग्न स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद थे।
एक नजर इधर भी
- 2014-15 से चल रहा नसबंदी अभियान
- 2 लाख श्वानों की नसबंदी हो चुकी
- 50 हजार श्वानों की नसबंदी शेष
- 2 एजेंसियां कर रहीं नसबंदी कार्य
- 925 रुपये प्रति नसबंदी एजेंसी को होता है भुगतान
-200 श्वानों की प्रतिदिन होगी नसबंदी
छह माह में शत-प्रतिशत नसबंदी
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि शहर में छह माह में सभी बचे श्वानों की नसबंदी की जाएगी। नसबंदी के कार्य में संलग्न संस्थाओं को प्रतिदिन 200 नसबंदी करने का लक्ष्य दिया गया है। वर्तमान में 25 से 50 नसबंदी प्रतिदिन की जा रही है। फिलहाल दो स्थानों पर ही नसबंदी की जाएगी। आवश्यकता होने पर नसबंदी के स्थान बढ़ाए जाएंगे।
सफाईकर्मी तैयार करेंगे डाटा
शहर में करीब 50 हजार के करीब श्वानों की नसबंदी होना है। हालांकि यह पुख्ता डाटा नहीं है। इसमें बढ़ोतरी और कमी हो सकती है। इसलिए नगर निगम के सफाईकर्मियों की सहायता से कटे कान के आधार पर श्वानों का डाटा तैयार किया जाएगा। एक सप्ताह में डाटा तैयार कर नसबंदी का काम शुरू होगा। स्वयंसेवी संस्थाओं को भी इसमें शामिल किया जाएगा।
नसबंदी के कार्य में आवश्यकता होने पर शासकीय पशु चिकित्सालय के डाक्टरों की मदद भी ली जाएगी। इसके लिए इंसेंटिव दिया जाएगा। नसबंदी के कार्य में किसी भी तरह के फंड की समस्या नहीं आने दी जाएगी। नसबंदी के कार्य में संसाधनों की पूर्ति नगर निगम और रेडक्रास के द्वारा की जाएगी।
-आशीष सिंह, कलेक्टर, इंदौर
नईदुनिया के अभियान का असर
शहर में श्वानों के बढ़ते हमलों पर नईदुनिया द्वारा ‘आवारा आतंक’ अभियान चलाया गया था। इसमें श्वानों से परेशान लोगों की पीड़ा को व्यक्त किया था। शहर में श्वानों की नसबंदी की हकीकत और श्वान के हमलों के बाद टीके लगाने की स्थिति भी उजागर की थी। अभियान के बाद से ही शहर में प्रशासन और नगर निगम कार्रवाई करने की तैयारी करने के लिए मैदान में उतरी है। इसका असर अब यह सामने आया है कि शहर में अब डाग बाइट की घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा कार्ययोजना तैयार तैयार की गई है।