
उदय प्रताप सिंह, इंदौर। पहली बार भारत के इतिहास में पहले बार सरकार द्वारा स्पेस रिफार्म की घोषणा की गई है। हमारे पास कम्युनिकेशन सेटेलाइट का लाइसेंस है। ऐसे में हम अब अंतरिक्ष में डिजिटल हाइवे तैयार करेंगे। इसकी मदद से शिक्षा, चिकित्सा सहित अन्य महत्वपूर्ण डाटा सुरक्षित व तेज गति से एक जगह से दूसरे स्थान पर भेजा जा सकेगा।
ये बातें अनंत टेक्नोलॉजिस के चेयरमेन व फाउंडर डॉ. सुब्बा राव पवुलुरी ने नईदुनिया के साथ विशेष चर्चा में कही। उन्होंने बताया कि इस संबंध में मैं प्रदेश सरकार से चर्चा करूंगा। प्रदेश सरकार स्पेस टेक पॉलिसी जारी कर रही है। ऐसे में इस मुद्दे पर मैं प्रदेश सरकार के प्रतिनिधियों से चर्चा करूंगा। यदि प्रदेश सरकार इसमें रूचि लेगी तो हम निवेश करना चाहेंगे। पॉलिसी आने के बाद प्रदेश के काफी संभावना है, मैं भी चाहता हूं कि मप्र की जमीन से हम अंतरिक्ष में ‘डिजिटल हाइवे‘ तैयार कर सकें।
डॉ. सुब्बा राव ने बताया कि हमारी अनंत टेक्नोलाजीस कंपनी ने आकाश एयर डिफेंस सिस्टम व ब्रहमोस मिसाइल व ड्रोन में में अपनी तकनीक दी थी। इनमें नेविगेशन सिस्टम, आन बोर्ड कम्प्यूटर व इंटरफेस सिस्टम हमारी कंपनी ने तैयार किए थे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ब्रहमोस मिसाइल ने भारत की जमीन से 600 मीटर दूरी पाकिस्तान एयरबेस को तबाह किया था।
उस समय मिसाइल के जो पुर्जे मिले उसमें कंपनी द्वारा तैयार किए पुर्जो को पाकिस्तान के मीडिया ने भी दिखाया था। इस आपरेशन में उपयोग किए गए भारतीय ड्रोन में लांग रेंज विजुअल व एक्सप्लोसिव को ड्रोन के माध्यम से ले जाकर ब्लास्ट करने की तकनीक भी हमारी कंपनी ने तैयार की थी।
मध्य प्रदेश में स्पेस टेक पॉलिसी लागू होने के बाद यहां पर कंपनियां व स्टार्टअप मिड व डाउन स्ट्रीम पर काम कर सकेंगे। मिड स्ट्रीम में सेटेलाइट के नए कम्पोनेट पर रिसर्च की जाएगी और उसके कुछ एक हिस्से ही तैयार होंगे। रिसर्च व सेटेलाइट के एक कम्पोनेंट को तैयार करेंगे।
डाउन स्ट्रीम : डेटा एनालिसिस, इमेज प्रोसेसिंग, मप्र में ऑफिस तैयार कर सेटेलाइन को मैनेज करने के साथ उसके पाथ को निर्धारित करने व डेटा एनालिसिस।