
इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। डिजिटल मार्केटिंग कंपनी के संचालक भरत आहुजा की कार (क्रेटा) चोरी कर भागे आरोपित श्रवण विश्नोई ने सनसनीखेज खुलासा किया है। श्रवण ने बताया वह तो ड्राइवर है और दस हजार रुपये में चोरी की गाड़ी ठिकाने पर पहुंचाने का काम करता है। गिरोह का सरगना जालौर (राजस्थान) का गणपत विश्नोई है जो ड्रग और शराब माफियाओं से मिला है। ऑर्डर लेकर माफियाओं को कारें सप्लाय करता है।
राजेंद्र नगर थाना टीआइ अमृता सोलंकी के मुताबिक मंगलवार तड़के जैसे ही गणपत और श्रवण कार एमपी 09डब्ल्यूसी 6489 लेकर भागे पुलिस ने नाकाबंदी करवा दी। दलौदा (मंदसौर) पुलिस ने तत्परता से काम लिया और बैरिकेड लगाकर आरोपित को पकड़ लिया। देर रात हुई पूछताछ में श्रवण ने बताया कि गिरोह का सरगना गणपत है जो कार में ड्राइवर लेकर आता है।
पहले कार से ही घरों के बार खड़ी कारों की रैकी करता और लेपटॉप-डिवाइस से कोडिंग सॉफ्टवेयर से गाड़ी अनलॉक कर चुराकर फरार हो जाता है। श्रवण ने बताया कि गणपत चार ड्राइवर लेकर आया था। मतलब वह एक साथ चार गाड़ियां चुराने की फिराक में था। टीआइ के मुताबिक श्रवण को एक गाड़ी तय स्थान पहुंचाने की एवज में 10 हजार रुपये मिलते थे। गणपत पूर्व में अहमदाबाद में गिरफ्तार हो चुका है।
शराब और ड्रग माफिया खरीद रहे चोरी की कारें
एएसपी (पश्चिम-2) प्रशांत चौबे के मुताबिक पूछताछ में यह भी बताया कि चोरी की गाड़ियां राजस्थान के शराब और ड्रग माफिया खरीद रहे है। माफियाओं में क्रेटा कार की ज्यादा मांग है। ऑर्डर मिलने पर गणपत कार चुरा कर बेच देता था। इसके पूर्व भी गणपत इंदौर से कारें चुरा चुका है। पुलिस मोबाइल लोकेशन से उसकी उपस्थिति का पता लगा कर उन इलाकों को चिन्हित कर रही है जहां से कारें चोरी हुई है।