इंदौर। नईदुनिया प्रतिनिधि
इंदौर से चलने वाली बिना पेंट्री कार की 19 ट्रेनों में यात्रियों को अब अवैध वेंडरों द्वारा परोसे जाने वाले खाने व नाश्ते से छुटकारा मिलेगा। इस संबंध में रेलवे बोर्ड द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए जाने के साथ ही आईआरसीटीसी ने टेंडर प्रकिया शुरू कर दी है। रेलवे प्रशासन इंदौर स्टेशन व मंडल से बनकर चलने वाली ट्रेनों में स्थाई रूप से ट्रेन साइड वेंडिंग (टीएसवी) योजना शुरू करने जा रहा है। यह शुरू होने के बाद आईआरसीटीसी यात्रियों को रास्ते में खाद्य सामग्री के अलावा 'रेल नीर' भी उपलब्ध कराएगा। रेलवे डीआरएम आरएन सुनकर का कहना है कि यह सर्विस टेंडर प्रकिया पूरी होने के बाद एक माह में शुरू हो जाएगी।
इंदौर स्टेशन से चलने वाली 27 मुख्य ट्रेनों में से सिर्फ आठ ट्रेनों में ही अभी पेंट्री कार की सुविधा दी जा रही है। इनके अलावा अवंतिका एक्सप्रेस, निजामुद्दीन एक्सप्रेस, देहरादून एक्सप्रेस, शिप्रा एक्सप्रेस व पुणे एक्सप्रेस सहित 19 महत्वपूर्ण ट्रेनों में पेंट्री कार की सुविधा नहीं है। यात्रियों व रेलवे सलाहकार समिति ने रेलवे को इन ट्रेनों में पेंट्री कार शुरू करने के लिए कई बार सुझाव भी दिए हैं। आईआरसीटीसी ने मंडल की ट्रेनों में खाना पहुंचाने के लिए तीन जोन बनाए हैं, इन जोन के स्टेशनों पर स्थित आईआरसीटीसी के फूड जोन से ट्रेनों में खाना पहुंचाया जाएगा।
लाइसेंस जारी करता है रेलवे
रेलवे के अनुसार ट्रेन साइड वेंडिंग के जरिए रेलवे उन ट्रेनों में खाद्य पदार्थ बेचने के लिए लाइसेंस जारी करता है, जिनमें पेंट्री कार नहीं है। इसके तहत वेंडरों को रेलवे की गाइडलाइन के अनुसार तय रूट में ट्रेन में नाश्ता, लंच व डिनर बेचने की अनुमति होती है। इससे रेलवे द्वारा निर्धारित दरों व गुणवत्ता के अनुसार यात्रियों को खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो जाता है।