इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। लगातार खाली चल रही इंदौर-लिंगमपल्ली हमसफर एक्सप्रेस को घाटे से उबारने के लिए रतलाम रेल मंडल ने पश्चिम रेलवे के मुंबई मुख्यालय को दो अहम सुझाव भेजे हैं। इसमें कहा गया है कि या तो इस ट्रेन का रूट बदला जाए या इसमें स्लीपर श्रेणी के छह कोच लगाए जाएं। फिलहाल लिंगमपल्ली हमसफर एक्सप्रेस सूरत, वडोदरा, पनवेल और पुणे होकर चलती है और अब इसका रूट बदलकर ट्रेन को भोपाल होकर चलाने का प्रस्ताव दिया गया है।
पिछले महीने रेल मंत्री पीयूष गोयल की इंदौर यात्रा के दौरान यह मुद्दा उठा था। तब रेल मंत्री ने भरोसा दिया था कि वे इंदौर-लिंगमपल्ली ट्रेन की रिपोर्ट मंगवाएंगे और इस संबंध में रूट बदलने या और कोई विकल्प अपनाने पर विचार करेंगे। इसी के बाद मंडल स्तर पर यह हलचल हुई है। इस महीने होने वाली टाइम टेबल कमेटी की बैठक में इस संबंध में रेलवे बोर्ड कोई फैसला ले सकता है। इंदौर-लिंगमपल्ली हमसफर एक्सप्रेस का उद्घाटन 26 मई 2018 को हुआ था और तभी से यह ट्रेन बिना यात्रियों के चल रही है। आम दिनों में तो पूरी ट्रेन को 100 यात्री भी बमुश्किल मिल पाते हैं। हमसफर एक्सप्रेस में एक पेंट्री कार और दो जनरेटर कार समेत कुल 19 कोच हैं।
अव्यावहारिक समय के कारण हुई फ्लॉप
लिंगमपल्ली हमसफर एक्सप्रेस का अव्यावहारिक समय ही इसके फ्लॉप होने का मुख्य कारण है। इंदौर से यह ट्रेन हर शनिवार सुबह 7.30 बजे रवाना होती है और अगले दिन रविवार दोपहर 1.45 बजे लिंगमपल्ली पहुंचती है। वहां से रविवार रात 9.20 बजे चलकर सोमवार रात 1.35 बजे इंदौर आती है। ट्रेन के इंदौर से चलने और पहुंचने का समय ठीक नहीं होने के कारण यह ट्रेन कभी यात्रियों को आकर्षित नहीं कर पाई।
प्रस्ताव भेजा है
रतलाम रेल मंडल के प्रबंधक (डीआरएम) विनीत गुप्ता ने बताया कि ऐसा आकलन है कि ट्रेन को भोपाल होकर चलाया जाएगा तो उसे ज्यादा ट्रैफिक मिलेगा। दूसरा सुझाव यह है कि ट्रेन में स्लीपर श्रेणी के छह कोच लगाए जाएं। हाल ही में रेलवे ने कुछ हमसफर ट्रेनों में स्लीपर श्रेणी के कोच लगाने का प्रयोग किया है। फिलहाल तो इस ट्रेन को कहीं से भी ट्रैफिक नहीं मिल रहा है।
पुरी हमसफर में संतोषजनक ट्रैफिक
डीआरएम ने बताया कि इंदौर से जगन्नाथपुरी के बीच चलाई जा रही साप्ताहिक हमसफर ट्रेन का रूट बदलने या उसमें स्लीपर श्रेणी के कोच लगाने का कोई प्रस्ताव नहीं भेजा गया है। इस ट्रेन को संतोषजनक ट्रैफिक मिल रहा है।