
IT Raid In Indore: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। जमीन कारोबारी सुरेंद्र संघवी और जेल में बंद भूमाफिया दीपक जैन उर्फ मद्दा के ठिकानों पर गुरुवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने छापा मारा। सुरेंद्र संघवी कांग्रेस नेता पंकज संघवी के बड़े भाई हैं। भोपाल से आई ईडी के अधिकारियों की टीम जांच के लिए कनाड़िया रोड स्थित संघवी के घर और गुलमोहर कालोनी स्थित दीपक के घर पहुंची। जमीन के कारोबार में काले धन के लेन-देन और मनी लांड्रिंग की जांच के लिए ईडी की टीम जांच कर रही है। जांच के बाद शाम को ईडी ने सुरेंद्र संघवी और उनके पुत्र प्रतीक संघवी को हिरासत में ले लिया।

बताया जा रहा है संघवी और मद्दा पर ईडी की ताजा कार्रवाई देवी अहिल्या गृह निर्माण सोसायटी मामले से ही जुड़ी है। इस हाउसिंग सोसायटी में धांधली और गड़बड़ी के मामले में जिला प्रशासन ने इंदौर के एमआइजी थाने में केस दर्ज करवाया था। सुरेंद्र संघवी के पुत्र प्रतीक संघवी और दीपक मद्दा सोसायटी के जमीन की खरीद व हेरफेर करने वाली कंपनी सिंपलेक्स से सीधे जुड़े थे।
संघवी बंधुओं पर कुछ महीने पहले आयकर ने भी छापा मारा था। इसी दौरान आयकर ने 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की गड़बड़ी पकड़ने का दावा किया था। कार्रवाई के दौरान ईडी के अधिकारी रियल एस्टेट कारोबारी मनीष शाहरा के यहां भी जांच के लिए पहुंचे। सूत्रों के अनुसार बयान दर्ज कर ईडी की टीम शाहरा के यहां से लौट आई। जमीन की खरीद में शाहरा से लेन-देन का हिसाब मिलने के आधार पर अधिकारी शाहरा के यहां पहुंचे थे।
सुरेंद्र संघवी के भाई पंकज संघवी कांग्रेस से जुड़े हैं। इंदौर से वे कांग्रेस के टिकट पर सांसद और महापौर का चुनाव भी लड़ चुके हैं। शहर में तमाम कालोनियां सुरेंद्र संघवी द्वारा काटी गई हैं। इंदौर में एक के बाद एक कई जमीन घोटाले सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने भूमाफिया की सूची तैयार की थी। इसमें तमाम जमीन कारोबारियों के नाम शामिल थे।
रीजनल इकोनामिक इंटेलिजेंस कमेटी (आरइआइसी) में आर्थिक अपराधों की सूचना विभिन्न विभागों से साझा की थी। ईडी तक भी जिला प्रशासन और आयकर विभाग की सूचनाएं भेजी गई थीं। उसकी जांच और मनी लांड्रिंग की आशंका होने पर ईडी ने ताजा कार्रवाई को अंजाम दिया। सुबह तक संघवी की आधिकारिक रूप से गिरफ्तारी भी हो सकती है।